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Search Result : "Helicopter help in flood-hit areas"

भारत ने म्यांमार को हर मदद और समर्थन करने का वादा किया

भारत ने म्यांमार को हर मदद और समर्थन करने का वादा किया

दशकों के सैन्य शासन के बाद म्यांमार के एक नई राह पर कदम बढ़ाने के बीच भारत ने अपने इस पड़ोसी देश को हर कदम पर सहयोग और समर्थन का वादा किया है। दोनों देशों ने अपने संबंधों को गहरा बनाने और क्षेत्र में आतंकवादी एवं उग्रवादी गतिविधियों से मुकाबले में सक्रिय रूप से सहयोग करने का इरादा जाहिर किया।
कश्‍मीर को हर मदद पर देश की अखंडता से कोई समझौता नहीं : मोदी

कश्‍मीर को हर मदद पर देश की अखंडता से कोई समझौता नहीं : मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि सरकार जम्मू और कश्मीर में सभी वर्ग के लोगों की शिकायतों को संविधान के अनुरूप दूर करने को तैयार है, लेकिन साथ ही स्पष्ट किया कि देश की अखंडता के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। पीएम मोदी ने शनिवार को कश्मीर पर सर्वदलीय बैठक में पाकिस्तान के समर्थन वाले सीमा पार आतंकवाद को घाटी में अशांति की मूल वजह बताया। बैठक में कश्मीर में भाजपा की गठबंधन सहयोगी पीडीपी और विपक्षी दलों ने भी शिरकत की।
मोदी आर्थिक पेकैज देने के बजाए कश्‍मीर के लोगों के दिल को जीतें : सिंधिया

मोदी आर्थिक पेकैज देने के बजाए कश्‍मीर के लोगों के दिल को जीतें : सिंधिया

वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि पीडीपी और भाजपा का अवसरवादी गठबंधन जम्मू कश्मीर में काम नहीं कर पा रहा है। मोदी सरकार को कश्मीरी लोगों के दिलों को जीतने की कोशिश करनी चाहिए। सिंधिया ने कहा, जम्मू कश्मीर को आर्थिक पेकैजों से नहीं जीता जा सकता है। उनके दिलों को जीतने की जरूरत है।
मोहम्मद शाहिद के परिवार को आर्थिक मदद दे सरकार

मोहम्मद शाहिद के परिवार को आर्थिक मदद दे सरकार

प्रख्यात हॉकी खिलाड़ी मोहम्मद शाहिद का निधन होने के एक दिन बाद गुरुवार को राज्यसभा में कई सदस्यों ने उनके परिवार को हरसंभव मदद दिए जाने की मांग की।
जम्‍मू में धरना दे रहे कश्‍मीरी पंडित बोले, भाजपा ने हमारे लिए कुछ नहीं किया

जम्‍मू में धरना दे रहे कश्‍मीरी पंडित बोले, भाजपा ने हमारे लिए कुछ नहीं किया

कश्‍मीर में कश्‍मीरी प‍ंडितों के लिए भाजपा ने कुछ नहींं किया। कश्मीर घाटी से भाग कर आए पंडित जम्मू में पिछले कुछ दिनों से राहत और पुनर्वास आयुक्त के दफ्तर पर धरना दे रहे हैं। धरने पर वो प्रशासन के साथ-साथ भारतीय जनता पार्टी विरोधी नारे भी लगा रहे हैं।
मप्र में भारी वर्षा से 15 लोगों की मौत, शिवराज ने बुलाई आपात बैठक

मप्र में भारी वर्षा से 15 लोगों की मौत, शिवराज ने बुलाई आपात बैठक

मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल सहित अनेक भागों में पिछले कुछ दिन से हो रही लगातार तेज बारिश से कई निचले स्थानों पर बाढ़ की स्थिति बन गई है। करीब आधे मध्यप्रदेश में तो पानी ही पानी हो गया है। कई नदियां उफान पर है। 16 जिलों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वर्षा और बाढ़ से प्रदेश में अब तक 15 लोगों की मौत हुई है।
उत्तराखंड में भारी बारिश : बादल फटने से 29  की मौत, अभी जारी रहेगी बारिश

उत्तराखंड में भारी बारिश : बादल फटने से 29 की मौत, अभी जारी रहेगी बारिश

उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश, बादल फटने और बाढ़ से अब तक 29 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। वहीं मरने वालों की तादाद और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। पिथौरागढ़ से ही 11 लोगों के मरने की ख़बर है, जिनमें 3 बच्चे भी शामिल हैं। वहीं कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।
अगस्ता मामले पर बोले मोदी, प्रतिशोध की भावना से कार्रवाई नहीं

अगस्ता मामले पर बोले मोदी, प्रतिशोध की भावना से कार्रवाई नहीं

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर सौदे के घोटाले की जांच में किसी तरह के प्रतिशोध की भावना से कार्रवाई की बात को खारिज कर दिया और कहा कि जांच एजेंसियां पेशेवर तरीके से काम करेंगी। हालांकि पीएम ने कहा कि एक पाप किया गया और उसके पीछे जो लोग थे उन पर बड़ा सुरक्षा आवरण रहा।
ओरलैंडो गोलीबारी के दौरान भारतीय मूल के मरीन ने बचाई कई लोगों की जान

ओरलैंडो गोलीबारी के दौरान भारतीय मूल के मरीन ने बचाई कई लोगों की जान

ओरलैंडो के समलैंगिक क्लब पर हुए आतंकवादी हमले के दौरान कई लोगों की जान बचाने को लेकर भारतीय मूल के एक पूर्व मरीन की खूब प्रशंसा हो रही है। इस हमले में 49 लोगों की मौत हो गई थी।
16 जूून की वो रात, त्रासदी के मिटे निशां, इस साल पहुंचेंगे सात लाख तीर्थालु

16 जूून की वो रात, त्रासदी के मिटे निशां, इस साल पहुंचेंगे सात लाख तीर्थालु

तीन साल पहले 16 जून की रात केदारनाथ में हुई भारी जल प्रलय के निशान अब मिटने लगे हैं। केदारनाथ मंदिर के पास शांत बह रही मंदाकिनी के नवनिर्मित किनारे श्रद़धालुओं में शायद यही संदेश दे रहे हैं, कि जख्‍म कितना भी घातक हो, वक्‍त सबसे बड़ा मरहम होता है। प्रलयंकारी उफान में 11,755 फुट की उंचाई पर स्थित हिमालयी धाम के डूबने के साथ ही देश भर से आये श्रद़धालु, पुजारी, व्यापारी और स्थानीय लोगों सहित करीब 5000 जिंदगियां बह गई थीं। रह गयी थी बस चीख और पुकार तथा अपनों का क्रंदन। उस मातमी माहौल को केदारनाथ की महिमा ने पीछे कर दिया है।
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