अगले साल होने वाले ओलंपिक खेलों की तैयारी के लिये भारतीय हॉकी टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ दो से 11 अक्टूबर तक ऑकलैंड, नेल्सन और क्राइस्टचर्च में छह मैचों की टेस्ट शृंखला खेलेगी।
क्रिकेट कूटनीति में दाल नहीं गलती देख अब पाकिस्तान ने भारतीय हॉकी लीग में भागीदारी का प्रस्ताव हॉकी इंडिया के समक्ष रखा है। पाकिस्तान हॉकी फेडरेशन (पीएचएफ) ने हॉकी इंडिया से गतिरोध खत्म करने के लिए बातचीत का प्रस्ताव रखा है। पिछले साल चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तानी खिलाड़ियों के दुर्व्यवहार के कारण बेशुमार दौलत वाले इंडियन लीग में उनके खिलाड़ियों की हिस्सेदारी प्रतिबंधित कर दी गई थी।
आज का दिन भारतीय महिला हॉकी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। आज हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन के मौके पर भारतीय महिला हॉकी टीम ने ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई कर लिया। अगले साल ब्राजील के शहर रियो में होने वाले ओलिंपिक खेलों में 1980 के बाद पहली बार भारतीय टीम हिस्सा लेगी।
भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के अधिकारियों के उदासीन रवैये के कारण भारतीय हाॅकी के स्वर्णिम इतिहास की नायाब धरोहर गायब हो चुकी है और साई को महान ओलंपियन बलबीर सिंह सीनियर द्वारा 1985 में दान में दी गई यादगार धरोहरों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
श्रीलंका के खिलाफ 12 अगस्त से शुरू होने वाली तीन टेस्ट मैचों की शृंखला के लिए भारतीय टीम का चयन गुरुवार को संदीप पाटिल की अगुवाई वाली राष्ट्रीय चयन समिति करेगी जिसमें फोकस तीसरे स्पिनर पर होगा।
खेल मंत्रालय बैडमिंटन की युगल जोड़ी ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा को लक्ष्य ओलंपिक पोडियम (टॉप) कार्यक्रम में शामिल करने के लिये तैयार है। हालांकि मंत्रालय ने राष्ट्रीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद के प्रति अपना पूरा समर्थन जताया जिन पर इस महिला युगल जोड़ी ने पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया था। मंत्रालय के एक अधिकारी ने पुष्टि की कि ज्वाला और अश्विनी को टॉप खिलाडि़यों की अगली सूची में शामिल कर लिया जाएगा।
लंदन ओलिंपिक के कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त और नरसिंह यादव ने मंगलवार को विश्व कुश्ती चैंपियनशिप की टीम में जगह बनाई जबकि दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार ने चोटिल होने के कारण इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में हुए चयन ट्रायल में हिस्सा नहीं लिया।
गोलकीपर सविता ने विरोधी टीम के कई हमलों को नाकाम किया जिससे भारतीय महिला हाकी टीम ने विश्व लीग सेमीफाइनल्स के पांचवें स्थान के प्ले आफ में जापान को।-0 से हराकर ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने की उम्मीद बढ़ा दी।
देश के सबसे लोकप्रिय मुक्केबाज और ओलंपिक कांस्य पदक विजेता विजेंदर सिंह ने एमेच्योर (शौकिया) मुक्केबाजी को छोड़कर अब पेशेवर मुक्केबाजी को अपना लिया है। इसका अर्थ यह है कि अब विजेंदर किसी भी राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत का प्रतिनिधित्व नहीं कर पाएंगे और अगले वर्ष ओलंपिक में भी भाग नहीं ले पाएंगे। ओलंपिक पदक जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज बनने के बाद विजेंदर भारतीय मुक्केबाजी का चर्चित चेहरा बन गए थे।