बांग्लोदश के जन्म के समय कई लोगोें ने पाकिस्तान की मंशा का विरोध किया था। बांग्लादेश में 30 फीसदी अल्पसंख्यक हैं, जिन्हाेंने पाकिस्तान का साथ दिया था। इनमें सेना, पुलिस, नागरिक सेवक, इस्लामिक समूह जैसे जमात-ए-इस्लामी आदि शामिल थे। बांग्लोदश नेशनलिस्ट पार्टी की खालिदा जिया भी पाकिस्तान के पक्ष में हैं। प्रधानमंत्री और अवामी लीग की अध्यक्ष शेख हसीना का भारत की तरफ झुकाव है। हसीना भावुक हैं और कठोर फैसले नहीं ले पाती हैं। इन दोनों बेगमों की विचारधारा और कार्य करने का जो अंतर है, उसी में बांग्लादेश फंस गया है।
बांग्लादेश में सत्ताधारी दल द्वारा विपक्ष और अन्य विरोधी समूहों के खिलाफ एक और कार्रवाई में पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को हिंसा के दो और मामलों में आरोपी बनाया गया है। जिया की कानूनी मुश्किलें बढ़ाने वाले इन आरोपों में उन्हें हिंसा को उकसाने की जिम्मेदार बताया गया है।