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'पीपली लाइव' के सह-निर्देशक महमूद फारूकी रेप के मामले में दोषी करार

'पीपली लाइव' के सह-निर्देशक महमूद फारूकी रेप के मामले में दोषी करार

दिल्ली की एक अदालत ने फिल्म 'पीपली लाइव' के सह निर्देशक महमूद फारुकी को एक अमेरिकी महिला से बलात्कार के मामले में दोषी करार दिया है। फारूकी की सजा पर 2 अगस्त को अदालत फैसला करेगी।
साहित्‍य समारोह में अनुपम खेर को श्रोताओं ने किया खारिज

साहित्‍य समारोह में अनुपम खेर को श्रोताओं ने किया खारिज

मुंबई में एक साहित्य समारोह के दौरान अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को लेकर हो रही बहस तब गरमा गई जब अनुपम खेर ने मंच से आरोप लगा दिया कि कार्यक्रम में किराए की भीड़ लाई गई है।
रेप केस में पीपली लाइव के सह-निर्देशक फारुखी गिरफ्तार

रेप केस में पीपली लाइव के सह-निर्देशक फारुखी गिरफ्तार

एक अमेरिकी शोधार्थी से कथित बलात्‍कार के मामले में जाने-माने संस्‍कृतिकर्मी और फिल्‍म 'पीपली लाइव' के सह-निर्देशक महमूद फारुखी को दिल्‍ली पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
'लेस्बियन' के बाद विज्ञापन में अब 'लिव इन'

'लेस्बियन' के बाद विज्ञापन में अब 'लिव इन'

समाज बदल रहा है या विज्ञापन। शायद दोनों ही। लेकिन विज्ञापनों की दुनिया तेजी से बदल रही है। जिन मुद्दों पर हम बात करने से कतराते हैं, उन पर भी अब विज्ञापन बनाए जा रहे हैं। बेशक यह छोटा माध्यम है लेकिन इनका भी असर तो पड़ता ही है।
दिल्ली संकट पर चुप्पी तोड़ें राष्ट्रपति

दिल्ली संकट पर चुप्पी तोड़ें राष्ट्रपति

देश के संवैधानिक प्रमुख की हैसियत से राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी राजधानी दिल्ली में गहराते संवैधानिक संकट को देखते हुए अब और निष्क्रियता और चुप्पी की आरामतलबी गवारा नहीं कर सकते। केंद्रीय गृह मंत्रालय की अधिसूचना और आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार के उसके खिलाफ विधान सभा का सत्र बुलाने के निर्णय से केंद्र और दिल्ली सरकार का टकराव अब उस कगार पर पहुंच गया है कि बिना न्यायपालिका या राष्ट्रपति जैसी उच्च संवैधानिक संस्थाओं की पंचायती के किसी परिपक्व संवैधानिक हल की उम्मीद नहीं।
चीन से संबंधों में लगाएं रेशमी गांठ

चीन से संबंधों में लगाएं रेशमी गांठ

भारत में कभी भी किसी प्रधानमंत्री ने अपनी पहली पारी में ही इतने कम समय में इतने अधिक देशों का दौरा नहीं किया जितना नरेंद्र मोदी ने पिछली मई से अब तक एक साल के वक्त में किया है। पूरी दुनिया के अपने दौरों में मोदी ने सभी बड़े नेताओं के सामने भारत को निवेश के लिहाज से आकर्षक जगह के रूप में पेश किया मगर इन सभी नेताओं से बातचीत में एक विषय जरूर उठा और वह ये कि हठधर्मी चीन से कैसे निपटा जाए।
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