बेशक दिल्ली नगर निगम चुनावों में एग्जिट पोल में भाजपा जीत रही हो लेकिन बुधवार 26 अप्रैल को मतगणना के बाद साफ हो जाएगा कि किसकी किस्मत का पिटारा खुलेगा और किसका बंद होगा।
दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए रविवार को हुए मतदात में कई जगह ईवीएम में गड़बड़ियां सामने आई हैं। इससे आम आदमी पार्टी को ईवीएम पर सवाल उठाने का एक मौका और मिल गया है।
दिल्ली नगर निगम के 270 वार्डों के लिए आज मतदान संंपन्न हो गया है। इस दौरान ईवीएम मशीनाेें में कई जगह गड़बड़ियों की शिकायतें आईं लेकिन मोटे तौर पर मतदान शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुआ।
आज दिल्ली के तीनों नगर निगमाेेंं की 270 सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं। मतदान की शुरुआत काफी धीमी रही। सुबह 11 बजे तक सिर्फ 7.67 प्रतिशत मतदान की सूचना है। इससे पहले 10.30 बजे तक केवल 1.16 फीसदी वोट पड़े थे। दिल्ली की दिग्गज हस्तियां अपने मताधिकार का प्रयोग करने के लिए घर से निकली रही हैं, लेकिन आम जनता में उतना जोश देखने को नहीं मिल रहा है।
दिल्ली हाईकोर्ट ने वीवीपीएटी के मामले पर आम आदमी पार्टी को तगड़ा झटका दिया है। न्यायालय ने दिल्ली नगर निगम चुनावों में वीवीपीएटी मशीन के इस्तेमाल से जुड़ी आम आदमी पार्टी की याचिका खारिज कर दी है।
दिल्ली नगर निगम में पहली बार दांव आजमा रही आम आदमी पार्टी ने सत्ता में आने पर सभी घरों का हाउस टैक्स माफ करने व भ्रष्टाचार मुक्त दिल्ली देने का वादा किया है। हालांकि हाउस टैक्स माफ करने को लेकर विपक्षी दलों ने सवाल भी खड़े किए हैं लेकिन आप का यह अहम दांव माना जा रहा है। इसके अलावा आप ने अनिधकृत कालोनियों को नियमित करने, पार्किंग समस्या से निजात व फैक्ट्री लाइसेंस खत्म करने जैसे तमाम दांवों का पुलिंदा भी जारी किया है।
कांग्रेस ने एमसीडी चुनाव के लिए अलग से यूथ मैनिफेस्टो जारी किया है। दिल्ली में युवा मतदाताओं की संख्या को देखते हुए इसे अहम माना जा रहा है। इस बार निगम चुनाव में एक लाख से ज्यादा लोग पहली बार मतदाता बने हैं जिनमें 40 हजार से ज्यादा मतदाताओं ने अभी 18 साल की उम्र पूरी की है।
दिल्ली नगर निगम में भारतीय जनता पार्टी के पिछले 13 साल के कुशासन को दर्शाती एक बुकलेट आम आदमी पार्टी ने शनिवार को जारी की। इस बुकलेट में भारतीय जनता पार्टी के द्वारा दिल्ली नगर निगम में किए गए हर-एक कारनामे मौजूद हैं। आम आदमी पार्टी इस बुकलेट के माध्यम से दिल्ली की जनता को बताएगी कि कैसे बीजेपी ने निगम के माध्यम से दिल्ली की जनता को लूटा है और दिल्ली की जनता के स्वास्थ्य को ख़तरे में डाला है।