लॉ कमीशन ने शादियों के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य बनाने की सिफारिश की है। साथ ही सरकार से मैरिज रजिस्ट्रेशन को आधार से लिंक करने पर भी विचार करने की बात कही है।
हिंसा की आग में पिछले कई दिनों से सुलग रहे सहारनपुर के शब्बीरपुर गांव में शुक्रवार को पहली बार खुशी का महौल देखने को मिला। इस खुशी का कारण कुछ और नहीं बल्कि एक दलित परिवार में दो बहनों की शादी को लेकर था। शादी की वजह से गांव में कई दिनों के बाद खुशी का माहौल दिखा।
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक ऐसा अजीबो गरीब वाकया हुआ, जो शादी टूटने का कारण बन गया। शादी टूटने का कारण दहेज या कोई अफेयर नहीं बल्कि एक रसगुल्ला बन गया। यूं कहे तो इस शादी में सिर्फ एक रसगुल्ला सबसे बड़ा विवाद बन गया।
मणिपुर की मानवाधिकार कार्यकर्ता इरोम शर्मिला जल्द ही अपने लंबे समय तक के साथी डेसमंड कोउटिनहो के साथ शादी करने जा रही हैं। अभी तमिलनाडु में रह रही इरोम का कहना है कि वह जुलाई के अंत तक तमिलनाडु में ही शादी करेंगी।
मध्यप्रदेश के आगर मालवा जिले के माना गांव में आजादी के बाद पहली बार दलित समाज के एक युगल की शादी में बैंड बाजे के साथ धूमधाम से बारात निकाली गई, लेकिन इसके लिए सरकार को सशस्त्र पुलिस बल तैनात करनी पड़ी।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई का चयन संयुक्त राष्ट्र शांति दूत के रूप में किया है। यह विश्व के किसी नागरिक को संयुक्त राष्ट्र प्रमुख की ओर से दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है।
पाकिस्तान के राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने पाक में अल्पसंख्यक हिंदुओं की शादियों को लेकर बनाए गए नियमन के विधेयक को मंजूरी दे दी है। मंजूरी के बाद आज यह विधेयक कानून बन गया है और इसके लिए एक विशेष ‘पर्सनल लॉ' बनाया गया है।
महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष रावसाहब दानवे ने अपने बेटे की शाही शादी में करीब 6 से 7 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। मीडिया रिपोर्ट में इसका हवाला दिया गया है। केंद्र की मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले के बाद इस तरह की शाही शादी मीडिया में चर्चा का विषय बनी हुई है।
पाकिस्तान की छात्रा कार्यकर्ता और शांति के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मलाला यूसुफजई ने कहा कि वह शरणार्थियों को लेकर डोनाल्ड ट्रंप के आदेश से अत्यंत दुखी हैं। मलाला ने ट्रंप से अनुरोध किया कि वह दुनिया के सबसे असुरक्षित लोगों को अकेला ना छोड़ें।
यह अपने आप में एक अलग तरह की शादी थी। पूर्वी सिंहभूम जिले के बदिया में दूल्हे के घर में एक शौचालय के निर्माण के कुछ घंटों के भीतर एक मंदिर में उसकी कैशलेस शादी संपन्न हुई। शादी से पहले पश्चिम सिंहभूम जिले के चक्रधरपुर में इतिहास गांव की निवासी दुल्हन सुनीता और दूल्हे सुभाष नायक के परिवार के सदस्यों ने एक साथ मिल कर नायक के गांव बदिया में स्थित उनके घर में एक शौचालय के निर्माण कार्य में भागीदारी की।