ईरान से परमाणु करार को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा अब तक सिर्फ इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के निशाने पर थे मगर अब ओबामा प्रशासन को देश के भीतर से ही चुनौती मिली है। इस मुद्दे पर अमेरिका के रिपाब्लिकन सीनेटर खुलकर ओबामा प्रशासन के खिलाफ खड़े हो गए हैं।
भारत में बलात्कार की संस्कृति का हवाला देते हुए भारतीय छात्र को इंटर्नशिप के लिए मना करने वाली जर्मन प्रोफेसर बेक सिकिंगर भारत में जर्मन राजदूत की चिट्ठी के जरिये झाड़ के बाद बेशक अपने कहे से मुकर गईं हों लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इन दिनों भारत सरकार और भारतीयों की जो छवि सामने आई है वह भारतीयों के लिए शर्मनाक है।
एक ओर जहां हम निर्भया गैंगरेप के आरोपियों से संबंधित डॉक्यूमेंट्री के प्रसारण पर पाबंदी लगाने में जुटे हैं और इसपर देश में अच्छी-खासी बहस चल रही है वहीं अमेरिका में वहां के एक टीवी स्टेशन ने जेल में बंद एक कैदी का इंटरव्यू प्रसारित किया है जिसने यह कह कर सनसनी फैला दी है कि अगर वह गिरफ्तार नहीं होता तो अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को मार गिराता।
वॉशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति के निवास स्थान ह्वाइट हाउस में जोरदार धमाके की वजह से वहां अफरा-तफरी मच गई। धमाके के कुछ ही देर बाद राष्ट्रपति ओबामा अपने परिवार के साथ के ह्वाइट हाउस के दक्षिणी आंगन से एक हेलिकॉप्टर में बाहर निकलने वाले थे।
दक्षिण कोरिया और अमेरिका के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास से कोरियाई क्षेत्र में फैले तनाव की पृष्ठभूमि में गुरुवार की सुबह दक्षिण कोरिया में अमेरिका के राजदूत मार्क लिपर्ट पर उस समय हमला हुआ जब वह भाषण दे रहे थे।
क्या ईरान के मुद्दे पर अमेरिका और इस्राइल के दशकों पुराने संबंध फीके पड़ जाएंगे? क्या ईरान इन दोनों चिर मैत्री में बंधे देशों के बीच दरार डाल देगा? अगर इ्स्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के वर्तमान अमेरिका दौरे की घटनाओं को देखें तो आभास कुछ-कुछ ऐसा ही होता है।
अमेरिकी न्याय विभाग जांच ने फग्यूर्सन, मिसौरी घटना को नस्ली पूर्वाग्रह से ग्रस्त पाया है। जांच में पाया गया है कि अधिकारी नियमित रूप से अत्यधिक बल का उपयोग करके, समन जारी कर और यातायात के दौरान रोक कर अश्वेतों के खिलाफ विभेदकारी नीति अपनाते हैं।
अमेरिका के एक शीर्ष सैन्य अधिकारी ने अमेरिकी कांग्रेस की एक समिति को बताया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरा है और इस तनाव से पाकिस्तान की अफगानिस्तान में रणनीति पर व्यापक प्रभाव पड़ता है।
हर मुद्दे पर चट्टान की तरह एक-दूसरे के पाले में खड़े होने वाले इस्राइल और अमेरिका के बीच ईरान के परमाणु समझौते को लेकर विवाद हो गया है। इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी कांग्रेस में ऐतिहासिक संबोधन की पूर्व संध्या पर कहा कि तेहरान की परमाणु महत्वाकांक्षाओं को कम करने को लेकर अमेरिका और ईरान के बीच का समझौता इस्राइल के अस्तित्व के लिए खतरा साबित हो सकता है।