दिल्ली के एक सरकारी स्कूल में मध्यान्ह भोजन खाने से नौ छात्र बीमार पड़ गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। खबर है कि मिड डे मील में मरा हुआ चूहा था और वही खाना बच्चों को खिला दिया गया।
खाना पकाना अच्छा लग सकता है। लेकिन जब बच्चों के लिए पकाना पड़े तो सरदर्दी हो जाती है। बच्चे किस पकवान पर नाक-भौं सिकोड़ देंगे कहा नहीं जा सकता। यदि कोई किताब मिल जाए जिसमें बच्चों की मनपसंद खाने की विधियां भी हों और यह पौष्टिक भी हो तो कैसा रहे।