भूकंप प्रभावित नेपाल में व्यापक राहत अभियान मैत्री चलाने वाले भारत ने संयुक्त राष्ट्र से कहा है कि वह पड़ोसी देश के पुर्नवास और पुर्ननिर्माण में भी सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है।
नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप में मरे 530 से ज्यादा लोगों का यहां के पशुपतिनाथ मंदिर के घाटों पर अंतिम संस्कार किया गया है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
भूकंप प्रभावित नेपाल को मंगवार को फिर से रिक्टर स्केल पर 4.0 तीव्रता वाले भूकंप ने हिला दिया। वहीं 25 अप्रैल को आए घातक भूकंप में मरने वालों की संख्या 7,500 के पार हो गई है।
नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप में मारे गए 57 विदेशियों में से 41 लोग भारतीय हैं। इमारतों को जमींदोज और बिजली के खंभों व पेड़ों को जड़ों से उखाड़ फेंकने वाला यह भीषण भूकंप अपने पीछे तबाही और दर्द का एक भयावाह मंजर छोड़ गया है। नेपाल पुलिस द्वारा जारी बयान के अनुसार, भूकंप में मरने वाले भारतीयों की संख्या 41 हो चुकी है।
नेपाल में भारतीय मीडिया के खिलाफ आक्रोश तेजी से फैलता जा रहा है। नेपाल में आए भीषण भूकंप के बाद वहां पर कवरेज के लिए गए भारतीय मीडिया के रवैये ने एक बड़े हिस्से को बेहद नाराज किया है। यह नाराजगी बाकायदा ट्विटर पर एक अभियान के रूप में सामने आई जिसके तहत एक अकाउंट खोला गया-गो बैक इंडियन मीडिया-और यह कुछ ही घंटों में वायरल हो गया।
नेपाल में आए विनाशकारी भूकंप में मरने वालों की संख्या शनिवार को बढकर 7 हजार से ज्यादा हो गई है और 14,025 अन्य लोग घायल हुए हैं। अब मलबे में शायद ही किसी के जिंदा बचे होने की उम्मीद बची है।
नेपाल में क्षमता है कि वह दक्षिण एशिया के राष्ट्र-राज्यों के लिए एक उदाहरण बन सके। लेकिन यदि गहरे इतिहास को छोड़ दें तो आधुनिक युग में निरंतर राजनीतिक और प्राकृतिक दुर्घटनाओं ने नेपाल के लोगों के उत्साह और प्रयासों पर पानी फेरा है। इस साल 2015 में नेपाल का महाभूकंप इस देश के लिए एक अवसर प्रदान करता है।
पिछले आठ दशक से भी ज्यादा समय में आए सबसे भीषण भूकंप की त्रासदी का सामना कर रहे नेपाल में भारत सहित दुनिया भर से आए राहतकर्मी पीडि़तों तक पहुंचने और उनको मदद पहुंचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं।
नेपाल में आए भीषण भूकंप से प्रभावित लोगों की मदद के लिए समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में पहुंच गए हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर काठमाडू गए सपा कार्यकर्ताओं ने पीड़ितों की मदद के लिए हर संभव प्रयास करना शुरु कर दिया है। युवा नेता सुनील यादव के नेतृत्व में नेपाल गए इन कार्यकर्ताओं ने काठमांडू के आसपास के गांवों में लोगों को राहत सामग्री मुहैया कराई है।
भूकंप से प्रभावित नेपाल की ओर मदद का हाथ बढ़ाते हुए विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम ने कहा है कि बैंक नुकसान का आकलन करने एवं पुनर्निर्माण के कार्य में नेपाल की मदद करेगा।