पवन हंस लिमिटेड के कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखकर कंपनी में सरकार की समूची 51 प्रतिशत हिस्सेदारी के विनिवेश के फैसले पर पुनर्विचार का आग्रह किया है। कर्मचारियों का कहना है कि सरकार का यह निर्णय उनके लिये चौंकाने वाला है। पवन हंस लिमिटेड मुनाफा कमाने वाला उपक्रम है।
रेलवे द्वारा पिछले महीने चोरी की शिकायत के सिलसिले में पश्चिम बंगाल की सीआईडी ने रूईया समूह के अध्यक्ष पवन रूईया को आज नयी दिल्ली स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया।
उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी में जारी रस्साकशी का दौर अभी भी जारी है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल यादव ने आज मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी मंत्री पवन पांडे को पार्टी से निष्कासित कर दिया। इसी बीच अखिलेश ने अचानक राजभवन पहुंच राज्यपाल राम नाईक से मुलाकात की जिसके बाद अटकलें तेज हो गई हैं।
आम आदमी पार्टी की मुश्किलें दिनों दिन बढ़ती जा रही है। आप से निष्कासित विधायक देवेंद्र सहरावत ने अब अरविंद केजरीवाल एंड पार्टी पर चंदा घोटाले का आरोप लगाकर दिल्ली सरकार की नींंद हराम कर दी हैं। बिजवासन से विधायक देवेंद्र ने पार्टी पर 16 करोड़ रुपये से अधिक के चंदा घोटाले का आरोप लगाया है। उन्होंने यह भी कहा कि यह घोटाला सौ करोड़ रुपये का है, जिस पर वह जल्द सुबूत के साथ दोबारा प्रेस वार्ता करेंगे। सहरावत ने कहा कि चुनाव आयोग को चंदे के संबंध में गलत जानकारी दी गई है। दानकर्ताओं के नाम पता व पैन नंबर नहीं बताए गए हैंं।
आपत्तिजनक सीडी आने के बाद दुष्कर्म के आरोपों में घिरे बर्खास्त मंत्री संदीप कुमार के अलावा महिलाओं के शारीरिक शोषण के और मामले आप के नेताओं के खिलाफ आए तो इसमें किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए। आम आदमी पार्टी को इस तरह की परेशानियों से अभी और जूझना पड़ सकता है। दिल्ली में बिजवासन से आप विधायक कर्नल देवेंद्र सहरावत ने पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर आप के दिल्ली संयोजक दिलीप पांडेय के अलावा, पंजाब प्रभारी संजय सिंह और दुर्गेश पाठक पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
‘किनारे की चट्टान’ काव्य संग्रह के लेखक के अनुसार कविता लिखना जटिल प्रक्रिया है। सच कहूं तो मुझे कविता की सारी टेक्निकल डिटेल का आज भी कोई खास पता नहीं है। बस, मन को जो चीज कचोटती है उसे पन्नों पर उतार लेता हूं और कविता बनने या न बनने का निर्णय पाठकों पर छोड़ देता हूं।’ ये बातें काव्य संग्रह ‘किनारे की चट्टान’ के लेखक पवन चौहान ने अपने काव्य संग्रह में कही हैं।
परमाणु ऊर्जा विभाग के ताजा आंकड़े बताते हैं कि सन 2009 से लेकर 2013 के बीच अब तक 11 भारतीय परमाणु वैज्ञानिकों की संदिग्ध स्थितियों में या अस्वाभाविक मौत हुई है। हरियाणा के राहुल सहरावत ने आरटीआई के जरिये 21 सितंबर को यह जानकारी मांगी थी।