मध्यप्रदेश-राजस्थान बॉर्डर पर राहुल गांधी ने मंदसौर गोलीकांड में मारे गए किसानों के परिजनों से मुलाकात की। जैसे ही राहुल गांधी वहां पहुंचे किसानों के परिजन उनके गले मिलकर रोने लगे। इसके बाद राहुल भी काफी भावुक नजर आए।
मध्य प्रदेश के मंदसौर में किसानों पर हुई फायरिंग और किसान नेताओं की गिरफ्तारी को लेकर भारतीय किसान यूनियन ने केन्द्र सरकार को चेतावनी दी है। भारतीय किसान यूनियन का कहना है कि मध्य प्रदेश के किसानों से वार्ता कर उनकी समस्याओं का समाधान किया जाए और सभी किसान नेताओं की रिहाई हो। ऐसा न होने पर यूनियन ने उत्तर भारत के राज्यों में अनिश्चितकालीन चक्काजाम की बात कही है।
मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में पिछले आठ दिनों से किसान सड़कों पर है। अपनी मेहनत की उपज सड़कों पर फेंक रहा है। पुलिस की गोलियां खा रहा है। लेकिन देश के कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह योग में व्यस्त हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुप्पी साधे हुए हैं।
मध्य प्रदेश के मंदसौर में किसान आंदोलन की आग से राजनीति गरमाई हुई है। इस दौरान मंदसौर जाने की कोशिश कर रहे कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को पुलिस ने नीमच के पास ही रोक लिया। इसके बाद राहुल ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला है।
एक जून को दो राज्यों में एक साथ किसान आंदोलन के लिए सड़कों पर उतर आए। दोनों ही राज्यों में किसान ने शहरों में जाने वाले दूध और सब्जी समेत अन्य उत्पाद भी रोक दिया या फिर फल सड़कों पर फेंक दिए और दूध सड़कों पर बहा दिया। मध्य प्रदेश के मलावा और निमाड़ में आंदोलन उग्र होता चला गया। पुलिस पर पत्थर फेंके और वाहन जला डालना जैसी घटनायें आम होती चली गयी।
मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र दोनों ही राज्यों में, भाजपा सरकारों ने विरोध करने वाले किसानों से निपटने के लिए समान रणनीतियां इस्तेमाल की। उनकी सोच थी की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ संबद्ध संगठनों के साथ एक समझौता करके आंदोलन में फूट दाल दें।
मध्य प्रदेश के मंदसौर में फायरिंग में 6 किसानों की मौत के बाद लोगों का आक्रोश उबाल पर है। इस बीच मंदसौर के डीएम और एसपी का तबादला कर दिया गया। वहीं कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। प्रशासन से हेलिकॉप्टर लैडिंग की अनुमति नहीं मिलने की वजह से वे पहले उदयपुर एयरपोर्ट पहुंचे और फिर वहां से सड़क के रास्ते मोटरसाइकिल से मध्य प्रदेश जा रहे हैं।
मंदसौर में किसान आंदोलन के दौरान गोलीबारी से 6 किसानों की मौत के बाद हालात और पूर्ण हो गया है। इस बीच राज्य के गृह मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने माना है कि 5 किसानों की मौत पुलिस फायरिंग से हुई थी।