समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री आजम खान अक्सर अपने विवादास्पद और तीखे बयानों के लिए चर्चा में रहते हैं। उन्होंने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि उनमें मोदी जैसे कई गुण हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें मोदी की तरह चाय बनाना आता है, ड्रम बजा सकते हैं इसलिए प्रधानमंत्री बनने के लिए फिट उम्मीदवार हैं।
स्थापना के 92 साल बाद राष्ट्रीय स्वसंयवेक संघ का गणवेश बदल गया है। संघ के स्वयंसेवक अब निकर की बजाय फुल पेंट पहनेंगे। मंगलवार को विजयादशमी के मौके पर आयेाजित समारोह में खाकी निकर की बजाय ब्राउन फुल पैंट में सदस्यों ने मार्च किया। नागपुर स्थित संघ मुख्यालय में समारोह में संघ प्रमुख मोहन भागवत, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी शामिल हुए।
आज राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ का 91वां स्थापना दिवस खास है। पहली बार संघ प्रमुख के साथ स्वयंसेवक नए गणवेश में दिखे और हाल ही में हुई सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर एक अलग तरह का उत्साह था। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघ चालक मोहन भागवत ने अपने सालाना संबोधन में संघ के बड़े नेता दीनदयाल उपाध्याय से लेकर स्वामी विवेकानंद तक और कश्मीर से लेकर पाकिस्तान तक की बात की।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के शीर्ष निर्णायक निकाय अकादमिक काउंसिल ने एक बार फिर भारतीय संस्कृति और योग में अल्पकालिक पाठ्यक्रम शुरू करने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया। यह प्रस्ताव विश्वविद्यालय प्रशासन ने दिया था। बताया जा रहा है कि आरएसएस और अन्य दक्षिणपंथी संगठनों के दबाव में इन विषयों में पाठ्टक्रम शुरू रने का प्रसताव तैयार किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस के सरकार्यवाह भय्याजी जोशी ने आज दिल्ली के विज्ञान भवन में दीनदयाल उपाध्याय वाड्मय (15 खंड) का विमोचन किया। आम विमोचन से अलग इस समरोह में पुस्तकें सुनहरे वर्क में लिपटी हुई अतिथियों के हाथों में नहीं थीं। समारोह में दीनदयाल उपाध्याया वाड्मय के 15खंड एक बक्से में रख थे जिसके दो कपाटों पर ताला लगा था। एक कपाट पर लगा ताला मोदी ने खोला जबकि दूसरी ओर का भय्याजी जोशी ने। आज के कार्यक्रम का यही सबसे बड़ा संदेश था, जिसके निहितार्थ बहुत कुछ समझे जा सकते हैं।
दलित नेता एवं उत्तर पश्चिम दिल्ली से भाजपा सांसद उदित राज ने निजी क्षेत्र और पदोन्नति में आरक्षण के लिए कानून बनाने की मांग करते हुए अनुसूचित जाति-जनजाति संगठनों के अखिल भारतीय परिसंघ की ओर से देशव्यापी आंदोलन चलाने और 28 नवंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में रैली करने का ऐलान किया।
भारत में कनाडा के उच्चायोग ने लड़कियों के सशक्तीकरण के समर्थन में शुक्रवार को रन फॉर हर दौड़ का आयोजन किया। इस दौड़ में सैंकड़ों की संख्या में छात्रों के साथ ही विभिन्न समुदाय के नेता भी शामिल हुए।