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Search Result : "Satyapal Malik biography"

अब कोई नहीं कहेगा कि लड़कियां कुश्ती लड़ती अच्छी नहीं लगती : साक्षी के पिता

अब कोई नहीं कहेगा कि लड़कियां कुश्ती लड़ती अच्छी नहीं लगती : साक्षी के पिता

रियो ओलंपिक में भारत को पहला तमगा दिलाने वाली साक्षी मलिक के अखाड़े में उतरने के फैसले पर बिरादरी के लोगों का विरोध झेलने वाले उनके पिता सुखबीर मलिक का सीना आज फख्र से चौड़ा है और उन्होंने कहा कि अब उनसे कोई नहीं कहेगा कि लड़कियां पहलवानी करती अच्छी नहीं लगतीं। साक्षी की उपलब्धि अन्य लड़कियों के लिए प्ररेणा बनेगी।
कांस्य पदक मेरी 12 बरस की मेहनत का नतीजा: साक्षी

कांस्य पदक मेरी 12 बरस की मेहनत का नतीजा: साक्षी

कांस्य पदक के साथ रियो ओलंपिक में भारत के पदक का सूखा खत्म करने वाली भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि यह उनके 12 सालों की कड़ी मेहनत का नतीजा है।
राहुल गांधी समय के साथ परिपक्‍व होंगे : मारग्रेट अल्‍वा

राहुल गांधी समय के साथ परिपक्‍व होंगे : मारग्रेट अल्‍वा

देश के चार प्रधानमंत्रियों के साथ काम करने का अनुभव रखने वाली वरिष्‍ठ कांग्रेस नेता मारग्रेट अल्‍वा ने कहा है कि कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी अपने अनुसार कार्य करते हुए समय आने पर परिपक्‍व हो जाएंगे। उन्‍होंने हालांकि यह भी कहा कि राहुल गांधी पर टिप्‍पणी करने के लिए वह उचित स्‍तंभ नहीं हैं।
चर्चा : ‘बंधु’ देखते रहे, दादाओं ने कब्जा जमाया। आलोक मेहता

चर्चा : ‘बंधु’ देखते रहे, दादाओं ने कब्जा जमाया। आलोक मेहता

राजनीति में चेहरे बदल जाते हैं, चरित्र नहीं बदल पा रहा है। इस बार राज्य सभा चुनाव के ‌लिए प्रदेशों से विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा चुने गए कुछ विवादास्पद उम्मीदवारों से यही साबित हो रहा है। विशेष रूप से राजनीति में सबसे हटकर ‘चाल-चरित्र’ का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से पार्टी के ‌लिए समर्पण भाव से काम करने वालों को तकलीफ हो सकती है।
बॉलीवुड पर किताब लिखना चाहते हैं नसीरूद्दीन शाह

बॉलीवुड पर किताब लिखना चाहते हैं नसीरूद्दीन शाह

एक कलाकार रचनाशील होता है। हमेशा कुछ नया और हटकर करने की उसमें ललक होती है। ऐसी ही कुछ ख्वाहिश अभिनेता नसीरूद्दीन शाह की भी है। शाह बॉलीवुड पर एक किताब लिखना चाहते हैं। इससे पहले अपनी जिंदगी के शुरुआती 32 सालों का संस्मरण लिख चुके अभिनेता का बॉलीवुड पर एक संपूर्ण पुस्तक लाने का इरादा है।
अहसासों का अमृत कलश है ‘किनारे की चट्टान'

अहसासों का अमृत कलश है ‘किनारे की चट्टान'

‘किनारे की चट्टान’ काव्य संग्रह के लेखक के अनुसार कविता लिखना जटिल प्रक्रिया है। सच कहूं तो मुझे कविता की सारी टेक्निकल डिटेल का आज भी कोई खास पता नहीं है। बस, मन को जो चीज कचोटती है उसे पन्नों पर उतार लेता हूं और कविता बनने या न बनने का निर्णय पाठकों पर छोड़ देता हूं।’ ये बातें काव्य संग्रह ‘किनारे की चट्टान’ के लेखक पवन चौहान ने अपने काव्य संग्रह में कही हैं।