'आवारा भीड़ के खतरे' नामक शीर्षक के अपने निबंध में हिन्दी साहित्य जगत के मूर्धन्य निबंधकार हरिशंकर परसाई जी लिखते हैं, "दिशाहीन, बेकार, हताश, नकार वादी और विध्वंस वादी युवकों की यह भीड़ खतरनाक होती। इसका उपयोग खतरनाक विचारधारा वाले व्यक्ति या समूह कर सकते हैं। इसी भीड़ का उपयोग नेपोलियन, हिटलर और मुसोलिनी जैसे लोगों ने किया था।"
गो वध और बीफ खाने को लेकर बढ़ती चर्चा के बीच गोवा में हिंदू संगठनों की बैठक में भाग लेने आयी एक साध्वी ने यहां विवादास्पद बयान देते हुए कहा कि जो लोग बीफ खाने को शान की बात समझते हैं, उन्हें फांसी पर लटका देना चाहिए।
महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के पुणतांबा गांव से अपनी उपज का वाजिब दाम मांगने को लेकर शुरू हुआ किसान आंदोलन मध्य प्रदेश के मंदसौर में आकर हिंसक हो गया। कोई ठोस आश्वासन नहीं मिल पाने से ही किसानों की नाराजगी बढ़ी तो मंदसौर में पुलिस धैर्य खो बैठी।
अक्सर भारत को लेकर आपत्तीजनक भाषा का प्रयोग करने वाले पाकिस्तानी टीवी पत्रकार लियाकत आमिर लियाकत ने भारतीय पत्रकार अर्णब गोस्वामी के लिए अभ्रद भाषा का प्रयोग किया है। आमिर इससे पहले जी न्यूज को लेकर भी इसी तरह का शो कर चुके हैं।
पंजाब के पूर्व डीजीपी केपीएस गिल का लंबी बीमारी के बाद आज निधन हो गया। गिल ने दोपहर ढाई बजे दिल्ली के गंगा राम अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनकी आयु 82 वर्ष थी। गिल ने पंजाब में आतंकवाद को समाप्त करने में अहम भूमिका निभाई थी।
कुल ड्रेसेस, कूल डायलॉग, कूल फ्रेंड्रस। ऐसा लगता है कि कॉलेज मस्ती की कोई डॉक्यूमेंट्री चल रही है और बस दर्शक 146 मिनट खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं। सब कुछ इतना कूल है कि फिल्म कोल्ड स्टोरेज से निकाली गई मालूम पड़ती है। नूर फिल्म की समीक्षा बस इतनी ही है। फिल्म है तो थोड़े बहुत ट्विस्ट एंड टर्न्स तो होंगे ही। निर्देशक ने अपने चरित्रों को स्थापित करने और कहानी समझाने में ही आधा वक्त बर्बाद कर दिया है। धीमी रफ्तार तो बस जान ही ले लेती है।
भाजपा सांसद तरूण विजय की टिप्पणी से शुरु हुई रंगभेद की बहस को बॉलीवुड के अभिनेता अभय देओल ने एक नया मोड़ दे दिया है। इस मुद्देे को अभय ने उन टेलीविज़न कमर्शियल्स से जोड़ दिया है, जिनमें बॉलीवुड सेबेब्रिटीज़ गोरा बनने के नुस्ख़े बताते हुए दिखते हैं।
फिल्म उद्योग में भाई-भतीजावाद पर बहस की शुरूआत करने वाली बिंदास अभिनेत्री कंगना रनौत का कहना है कि करण जौहर के चैट शो में उन्होंने जो टिप्पणी की थी वह उनका आकलन थी और इसका यह मतलब कतई नहीं है कि उन्हें फिल्मी हस्तियों की संतानों के बॉलीवुड का हिस्सा बनने पर कोई एतराज है। यह बात कंगना ने मंगलवार को मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान कही।