राजस्थान सरकार ने प्रभारी मंत्रियों को भले ही बाढ़ प्रभावित जिलों में भेज दिया हो, मगर वे भी इस आपदा से प्रभावित लोगों की सीमित मात्रा में ही मदद का आश्वासन दे पा रहे हैं।
देश के कई हिस्सों में पिछले कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने हाहाकार मचा दिया है। राजस्थान के साथ-साथ गुजरात में भी बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। इस स्थिति में अब एनडीआरएफ के साथ ही सेना ने भी मोर्चा संभाल लिया है।
चीन के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू कियान ने कहा है कि भारत सीमा से तुरंत अपने सैनिक हटाए। इसके बाद ही समस्या के समाधान पर आगे बात होगी। प्रवक्ता ने कहा कि भारत किसी तरह के भ्रम में रहे और अपनी गलती सुधारे।
अमेरिका के परमाणु विशेषज्ञों ने डिजिटल जर्नल 'आफ्टर मिडनाइट' के जुलाई-अगस्त अंक में छपे एक आलेख में यह दावा किया है कि भारत पूरे चीन को निशाना बनाने वाली मिसाइल पर काम कर रहा है।
चीन अपने इतिहास में सेना में सबसे बड़ी कटौती करने जा रहा है। सेना की पुनर्गठन प्रक्रिया के तहत चीन सैनिकों की संख्या को 10 लाख तक सीमित करने की तैयारी कर रहा है।
लगातार हो रही बारिश के चलते देश के कई राज्यों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। हिमाचार प्रदेश में बारिश के कारण फिर से भूस्खलन हुआ। असम में भी बाढ़ के हालात गंभीर बने हुए हैं और देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में रविवार को भी बारिश जारी रही। गुजरात के मोरबी जिले के टनकारा तालुका में अधिक बारिश होने से कई डैम में जलस्तर बढ़ गया जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है। राजस्थान के जोधपुर में मूसलाधार बारिश से दोपहिया वाहन सड़कों पर तैरते नजर आए। लोगों ने दुकानें नहीं खोली और घरों में कैद रहे। मानसून की पहली बारिश में सड़कों पर नदी नालों की तरह पानी बहा। इसमें बहती गाड़ियों को पकड़ने के लिए लोग मशक्कत करते रहे।