जाने-माने अभिनेता और भाजपा सांसद परेश रावल इस बार पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का फर्जी बयान ट्विटर पर शेेयर कर आलोचकों के निशाने पर आ गए हैं।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान में हैदराबाद की एक महिला के फंसे होने और उसे कथित तौर पर प्रताड़ित करने की खबरों पर पाकिस्तान में तैनात भारतीय उच्चायुक्त से ब्योरा मांगा है।
आप इस शीर्षक से असहमत हो सकते हैं। इसे शिरोधार्य करना हमारा भी कर्तव्य है। सामान्यतः मीडिया असहमतियों को विद्रोह, धमाके, टूट, बिखराव, टकराव की तरह पेश करता है। इसकी वजह यही है कि धीरे-धीरे समाज में असहमतियों को विरोध की तरह अनुचित माना जाने लगा है। महात्मा गांधी या अब्राहम लिंकन, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी (आपातकाल के अपवाद को छोड़कर), अटल बिहारी वाजपेयी जैसे नेताओं ने यदि असहमतियों, अपनों की कड़वी खरी-खोटी नहीं सुनी होती तो, राजनीतिक दलों या लोकतांत्रिक सरकारों में संभवतः कई महत्वपूर्ण फैसले ही नहीं हो पाते।