गोवा के तट से शुरू हुआ ‘नाविका सागर परिक्रमा’ अभियान दुनिया के विभिन्न सागरों से होते हुए मार्च, 2018 में समाप्त होगा। यह पूरी यात्रा पांच चरणों में पूरी होगी।
जेएनयू में वामपंथ को न मानने वालों के बीच एक ज़ुमला खासा मशहूर है कि देश भर के लेफ्टिस्टों को एक पिंजरे में बंद करने के लिए इंदिरा गाँधी ने जेएनयू बनाया। जेएनयू ही वो जगह है जहाँ (1969 से 2016 तक एक उदाहरण को छोड़कर जब 2001 में एबीवीपी के संदीप महापात्र कुछ वोटों से जीत गए थे) चुनाव दर चुनाव वामपंथ अपना किला सलामत रख सका है।
रविवार को मोदी के कैबिनेट में हुए विस्तार को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ा बयान दिया है। नीतीश ने कहा कि कैबिनेट में जद(यू) के शामिल होने की कोई बात ही नहीं कही गई थी।
मंत्रिमंडल विस्तार पर समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में शिवसेना के नेता संजय राउत ने भाजपा पर तीखा हमला बोला। संजय राउत ने कहा कि यह विस्तार एनडीए का नहीं हैं, बल्कि भाजपा का था।
सीताराम येचुरी ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, "सभी जानते हैं कि यह देश सिर्फ प्रधानमंत्री और पीएमओ के आदेश पर चल रहा है। इसलिए मंत्रिमंडल में कौन कहां बैठता है, इससे कोई नहीं पड़ता है।"
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने 9 नए मंत्रियों की चर्चा करते हुए कहा कि कैबिनेट विस्तार लोकसभा चुनावों के दौरान भाजपा द्वारा किए गए वादों और गरीबी, बेरोजगारी, गंगा सफाई जैसी समस्याओं पर सरकार की विफलता से लोगों का ध्यान हटाने का एक प्रयास है।
मनीष तिवारी ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। कुछ नए मंत्रियों को शपथ दिलाई। कई को पद से हटाया। इसमें आश्चर्यजनक यह है कि सारी प्रक्रिया से पीएम खुद बाहर दिखे।"