अपनी पहली विश्व चैंपियनशिप में डेब्यू करते हुए पदक जीतने वाले गौरव दूसरे भारतीय मुक्केबाज हैं। उनसे पहले विकास कृष्ण ने 2011 में चैंपियनशिप में डेब्यू करते हुए पदक जीता था।
सिंधू इस टूर्नामेंट में रजत जीतने वाली भारत की दूसरी शटलर हैं। इससे पहले साइना नेहवाल ने साल 2015 में जकार्ता में हुई विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था।
रियो ओलंपिक की रजत पदक विजेता पीवी सिंधू ने तूफानी प्रदर्शन करते हुए नौंवीं सीड चीन की चेन यूफेई को लगातार गेमों में 21-13, 21-10 से पीटकर विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश कर लिया।
भारतीय जोड़ी ने स्वर्ण पदक के मुकाबले में चीन के लियु जियांग्ची और गाओ जियानमी को 28-27 से हराया। मेजबान देश के व्लादीस्लाव मुखमेदीयेव और ओल्गा पनारिना ने कांस्य पदक जीता।
इस जीत के साथ रियल मैड्रिड यूएफा सुपर कप को दो साल लगातार जीतने वाला दूसरा क्लब बन गया है। इससे पहले रियल मैड्रिड ने पिछले साल सेविया को 3-2 से हराकर सुपर कप अपने नाम किया था।
दो बार डोपिंग के लिए बैन हुए और पिछली दो विश्व चैंपियनशिप में बोल्ट से पिछड़ने के बाद सिल्वर मेडल से संतोष करने वाले गैटलिन ने 9.92 सेकेंड के समय के साथ गोल्ड जीता।