भारत ने देश के शहरी इलाकों के कार्यबल में महिलाओं की काफी कम भागीदारी में सुधार की जरूरत बताते कहा कि दुनिया भर में प्रभावी महिला सशक्तिकरण को लेकर अब भी काफी चुनौतियां हैं।
एम्स के डॉक्टरों ने कहा कि दक्षिण दिल्ली के मुनीरका में अपने दोस्त के यहां कथित रूप से फांसी लगा लेने वाले जेएनयू शोधछात्रा की मौत सांस अवरूद्ध होने से हुई और उसके शरीर पर चोट का कोई निशान नहीं मिला।
करण जौहर को एकल पापा बनने की दोहरी खुशी भले ही हुई हो लेकिन सरोगेसी (किराए के कोख) की प्रैक्टिस से जुड़ी प्रजनन विशेषज्ञों को उन्होंने ढेर सारा गम दे दिया है। उन्हें लगता है कि उनकी वजह से अब भारत में सरोगेसी का खात्मा तय है। वे करण जौहर को कोस रही हैं। क्या विडंबना है कि जिस विधि ने उन्हें पापा बनने की इतनी खुशी दी, उसी विधि को उन्हीं की वजह से अपूरणीय क्षति भी पहुंचेगी।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने बुधवार को देश के विकास में महिलाओं के अमूल्य योगदान की सराहना की और लोगों से लैंगिक समानता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दोहराने के लिए कहा।
विराट कोहली ने अपनी मां सरोज कोहली और अभिनेत्री अनुष्का शर्मा की प्रशंसा करते हुए कहा है कि दो मजबूत महिलाएं उनकी जिंदगी में हैं। क्रिकेट खिलाड़ी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर एक खास संदेश साझा किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो दिवसीय गुजरात दौरे के अंतिम दिन बुधवार को गांधीनगर में एक महिला ने जमकर हंगामा किया। वह अपना काम नहीं होने की वजह से नाराज थीं।
करगिल शहीद की बेटी गुरमेहर कौर का दावा है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्रा इकाई के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभियान छेड़ने पर उसे कथित तौर पर एबीवीपी सदस्यों से दुष्कर्म की धमकी मिल रही है। इस मामले में गुरमेहर ने सोमवार को दिल्ली महिला आयोग में शिकायत की। इस बीच केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू ने गुरमेहर पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कोई गुरमेहर के दिमाग में जहर भर रहा है। जबकि केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह ने कहा कि दुनिया का कोई भी प्रजातंत्र देश की संप्रभुता पर चोट की इजाजत नहीं देता।
कर्नाटक के कलबुर्गी में एक ऐसे रैकेट का पर्दाफाश हुआ है, जो महिलाओं के गर्भाशय को निकालने का काम करता था। इस काम में चार अस्पतालों के शामिल होने का आरोप है। कलबुर्गी के स्थानीय लोग पिछले दो वर्ष से इस मुद्दे को उठा रहे हैं। लेकिन अभी तक अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है।
उच्चतम न्यायालय ने कई विसंगतियों वाले 21 सप्ताह के भ्रूण को समाप्त करने की अनुमति मांगने वाली एक महिला की याचिका पर एक मेडिकल बोर्ड का गठन किया है जो मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी की अनुमति देने के लिए स्थिति की जांच कर सलाह देगा।