भारतीय पहलवान योगेश्वर दत्त का लंदन ओलंपिक में जीता कांस्य पदक रजत में बदल गया जब दूसरे स्थान पर रहे रूस के दिवंगत बेसिक कुडुखोक को डोप टेस्ट में नाकाम रहने के कारण पदक गंवाना पड़ा।
रियो ओलंपिक में भारत को अभी तक कांस्य और रजत की कामयाबी हासिल हुई है। पहलवान योगेश्वर दत्त रविवार शाम को क्या देश को सुनहरी कामयाबी दिला पाएंगे। इस पर समूचे देश की निगाहें टिकी हुई हैं।
रियो में भारत की आखिरी उम्मीद पहलवान योगेश्वर दत्त से थी, जिनका मुकाबला 65 किग्रा भारवर्ग के क्वालिफाइंग राउंड में मंगोलिया के पहलवान मंदाखनारन गैंजोरिग से हुआ और गैंजोरिंग ने उन्हें 0-3 से हरा दिया। इस तरह रियो में भारत की आखिरी उम्मीद टूट गई। देश को ओलंपिक में दो पदक महिला शक्ति की वजह से मिले।
दिग्गज पहलवान योगेश्वर दत्त आगामी रियो खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर अपनी ओलंपिक यात्रा का अंत करना चाहते हैं और उन्होंने कहा कि वह अपने इस आखिरी मुकाबले को यादगार बनाने के लिये कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
लंदन ओलिंपिक के कांस्य पदक विजेता योगेश्वर दत्त और नरसिंह यादव ने मंगलवार को विश्व कुश्ती चैंपियनशिप की टीम में जगह बनाई जबकि दो बार के ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार ने चोटिल होने के कारण इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में हुए चयन ट्रायल में हिस्सा नहीं लिया।