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एमफिल-पीएचडी में अब इंटरव्यू के बजाय टेस्ट के आधार पर होंगे दाखिले, विवादित नियम बदला

एमफिल-पीएचडी में अब इंटरव्यू के बजाय टेस्ट के आधार पर होंगे दाखिले, विवादित नियम बदला

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने शोध छात्रों के लिए पीएचडी और एम.फिल प्रोग्राम में दाखिले के लिए...
मिसाल: सरकारी स्कूल में कलेक्टर ने कराया अपनी बेटी का दाखिला

मिसाल: सरकारी स्कूल में कलेक्टर ने कराया अपनी बेटी का दाखिला

छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में बेहाल शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने में कलेक्टर अवनीश शरण का बहुत बड़ा हाथ है। ये पहला मौका नहीं है, जब अवनीश ने अपनी बेटी का एडमिशन सरकारी स्कूल में कराया, इससे पहले उन्होंने अपनी बेटी को 9 माह तक आंगनबाड़ी में पढ़ाया था।
बेटे को प्राइवेट स्कूल ने नहीं दिया एडमिशन, दुखी हो मां ने कर ली खुदकुशी

बेटे को प्राइवेट स्कूल ने नहीं दिया एडमिशन, दुखी हो मां ने कर ली खुदकुशी

बेहद दुखद खबर है। जब तमाम प्रयासों के बावजूद एक प्राइवेट स्कूल में 5वीं कक्षा में बेटे को एडमिशन नहीं मिला तो दुखी होकर मां ने खुदकुशी कर ली है।
केरल के विधायकों की अनोखी पहल, सरकारी स्कूल में कराया बच्चों का एडमिशन

केरल के विधायकों की अनोखी पहल, सरकारी स्कूल में कराया बच्चों का एडमिशन

केरल में मंत्रियों और अधिकारियों ने हमेशा से दिए जा रहे उदाहरण को अपनाते हुए एक अच्छी कोशिश की ओर कदम बढ़ाया है। सरकारी स्कूल की जर्जर हालात को देखते हुए हमेशा से एक उदाहरण दिया जाता है कि अगर मंत्रियों और अधिकारियों के बच्चें सरकारी स्कूल में पढ़ने लग जाए तो हालात में तेजी से सुधार हो सकता है।
रेप पीड़िता को स्कूल का फरमान, दाखिला ले लो पर पढ़ने मत आओ

रेप पीड़िता को स्कूल का फरमान, दाखिला ले लो पर पढ़ने मत आओ

दिल्ली के एक स्कूल द्वारा एक रेप पीड़ित छात्रा को एडमिशन नहीं देने का मामला सामने आया है। छात्रा के परिजनों ने स्कूल पर आरोप लगाया है कि उनकी बेटी को प्रवेश देने से स्कूल ने इंकार कर दिया है।
इग्नू में दाखिले के लिए भटक रहे पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी

इग्नू में दाखिले के लिए भटक रहे पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थी

पाकिस्तानी हिन्दू शरणार्थी कावेश कुमार ने इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी (इग्नू) में दाखिला न मिलने के कारण एक पत्र के जरिये मीडिया से मदद की गुहार लगाई है। कावेश कुमार के भाई विकेश कुमार ने बताया कि वह अपने पत्र के जरिये अपनी परेशानियों को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तक पहुंचाना चाहते हैं ताकि वह उनकी मदद कर सकें।
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