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वीके शशिकला ही होंगी एआईएडीएमके की महासचिव

वीके शशिकला ही होंगी एआईएडीएमके की महासचिव

चेन्नई में श्रीवारू कल्याण मंडपम में आज गुरुवार को सुबह हुई एक आम बैठक में सामान्य परिषद ने वीके शशिकला नटराजन को पार्टी प्रमुख बनाने के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी। इस तरह ऑल इंडिया अन्ना द्रमुक मुनेत्र कषगम पार्टी की प्रमुख जयललिता के निधन के एक महीने बाद पार्टी को नई महासचिव मिल गई है।
शशिकला संभालेंगी एआईएडीएमके की कमान

शशिकला संभालेंगी एआईएडीएमके की कमान

हमेशा जयललिता के पीछे दिखाई देने वाली शशिकला नटराजन अब ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कळगम की महासचिव होंगी। उन्हें सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा था। अंततः अटकल खत्म करते हुए पार्टी प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि कर दी कि वही महासचिव होंगी।
एआईएडीएमके में हो सकती है फूट, जयललिता की भतीजी ने राजनीति में आने के दिए संकेत

एआईएडीएमके में हो सकती है फूट, जयललिता की भतीजी ने राजनीति में आने के दिए संकेत

तमिलनाडु में एआईएडीएमके पर फूट पड़ने की आशंका है। जयललिता की भतीजी ने शशिकला को पार्टी की जिम्‍मेदारी देने का विरोध किया है। मंत्री शशिकला पर जिम्‍मेदारी संभालने का दबाव बना रहे हैं।
अन्नाद्रमुक ने की शशिकला की हिमायत, कहा जल्द ही चुन लिया जाएगा अगला महासचिव

अन्नाद्रमुक ने की शशिकला की हिमायत, कहा जल्द ही चुन लिया जाएगा अगला महासचिव

पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी सुप्रीमो जयललिता की करीबी सहयोगी रहीं वी के शशिकला की मजबूत हिमायत करते हुए अन्नाद्रमुक ने आज कहा कि वह पार्टी की अहम सदस्य हैं और इसमें कुछ भी गलत नहीं है कि पार्टी नेताओं ने उनसे मुलाकात की। पार्टी ने साथ ही कहा कि जल्द ही अगला महासचिव चुन लिया जाएगा।
अन्‍नाद्रमुक में ही नहीं अन्‍य क्षेत्रीय दलों में भी है उत्‍तराधिकारी की समस्‍या

अन्‍नाद्रमुक में ही नहीं अन्‍य क्षेत्रीय दलों में भी है उत्‍तराधिकारी की समस्‍या

तमिलनाडु की मुख्‍यमंत्री जे जयललिता के निधन के बाद उनके उत्तराधिकारी को लेकर तरह तरह केे सवाल उठ रहे हैं। ओ पनीरसेल्वम, पी रामचंद्रन, थंबीदुरई, ई पलानीस्वामी और शशिकला नटराजन जैसे कई नाम सामने आए लेकिन किसी एक नाम पर सर्वसम्मति नहीं बनी। तमिलनाडु में अन्‍नाद्रमुक के अलावा अन्‍य राज्‍यों में सत्‍ताशीन क्षेत्रीय दलों में भी उत्‍तराधिकारी को लेकर समस्‍या है।
जयललिता की हालत नाजुक, निधन की गलत खबर से मची अफरातफरी

जयललिता की हालत नाजुक, निधन की गलत खबर से मची अफरातफरी

तमिलनाडु की मुख्यमंत्री और एआईडीएमके की महासचिव जे जयललिता की स्थिति नाजुक बनी हुई है। अपोलो अस्पताल ने सोमवार शाम को एक बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री की स्थिति अत्यंत गंभीर बनी हुई है। इससे पहले सोमवार को जयललिता के निधन की खबर फैल गई जिसके बाद समर्थकों में घोर निराशा और गुस्सा देखने को मिला। हालांकि बाद में अपोलो अस्पताल ने बयान जारी कर स्पष्ट किया जयललिता की मौत की खबर झूठ है पर उनकी स्थिति नाजुक बनी हुई है।
पार्टी का दावा, जयललिता तेजी से स्वस्थ्य हो रही हैं

पार्टी का दावा, जयललिता तेजी से स्वस्थ्य हो रही हैं

एआईडीएमके के वरिष्ठ नेता और पार्टी के प्रवक्ता सी. पोन्नियन ने एक न्यूज एजेंसी को कहा कि अब तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता की हालत में सुधार है और जल्द ही उन्हें गहन इकाई से निजी कमरे में लाया जाएगा। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों के अनुसार उनके फेफड़े का संक्रमण नियंत्रण में है। अब वह गंभीर स्थिति से बाहर आ गई हैं।
जयललिता पूरी तरह से ठीक, जल्द घर लौटेंगी

जयललिता पूरी तरह से ठीक, जल्द घर लौटेंगी

अन्नाद्रमुक ने आज कहा कि अस्पताल में भर्ती उसकी प्रमुख एवं तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता पूरी तरह ठीक हैं और जल्द घर लौटेंगी। अन्नाद्रमुक की प्रवक्ता सीआर सरस्वती ने संवाददाताओं से कहा, अपोलो अस्पताल के चिकित्सकों और विशेषज्ञों की निगरानी में अम्मा (जयललिता) के स्वास्थ्य में अच्छा सुधार हुआ है और वह घर लौटेंगी। उन्होंने कहा कि जनसेवा के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाली जयललिता चिकित्सकों के परामर्श के अनुसार आराम कर रही हैं।
अखिलेश को चाचा का झटका, मुख्तार की पार्टी का हुआ सपा में विलय

अखिलेश को चाचा का झटका, मुख्तार की पार्टी का हुआ सपा में विलय

उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी में माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की पार्टी कौमी एकता दल (कौएद) का विलय हो गया है। सपा के प्रान्तीय अध्यक्ष शिवपाल यादव ने आज दावा किया कि पार्टी में कौएद का विलय पहले ही हो चुका है और इसे लेकर पार्टी में कोई मतभेद नहीं है।
अखिलेश की हुई जीत, सपा ने अंसारी की पार्टी का विलय रद्द किया

अखिलेश की हुई जीत, सपा ने अंसारी की पार्टी का विलय रद्द किया

मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के अड़ जाने के बाद समाजवादी पार्टी ने गैंगस्टर से नेता बने मुख्तार अंसारी की पार्टी के सपा में विलय को महज तीन दिन बाद शनिवार को रद्द कर दिया। पार्टी के इस निर्णय की चौतरफा आलोचना हुई थी।
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