प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को अभी गुजरात को संभालना होगा। अगर वह इस चुनौती को साध नहीं पाए तो उनके लिए आने वाला समय काफी कठिन हो सकता है। उनका गढ़ माने जाने वाले गुजरात में अब भाजपा अपनी पकड़ खोती जा रही है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भाजपा के सर्वे में यह खुलासा हुआ है कि अगर इस वक्त गुजरात में चुनाव हुए तो पार्टी को विधानसभा की 182 में से 60-65 सीटों के साथ ही संतुष्ट होना पड़ेगा।
आनंदीबेन पटेल के गुजरात के मुख्यमंत्री पद से हटने संबंधी फैसला लेने के एक दिन बाद राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि किसी को बलि का बकरा बना देने से भाजपा स्वयं को राज्य में नहीं बचा पाएगी क्योंकि राज्य के जलने के लिए नरेंद्र मोदी का 13 साल का शासन जिम्मेदार है। गांधी ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कहा, गुजरात के जलने के लिए आनंदीबेन का दो साल का शासन नहीं, बल्कि मोदी शासन के 13 साल जिम्मेदार हैं।
गुजरात के उना में कथित गोहत्या के आरोप में अपने समुदाय के युवकों की बेरहमी से पिटाई के विरोध में दलितों ने जमकर हंगामा किया। सात दलित युवकों ने राजकोट में आत्महत्या करने की कोशिश की। इस बीच, मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने घटना की सीआईडी जांच का आदेश दे दिए हैंं। मामले की सुनवाई के लिए एक विशेष अदालत गठित किए जाने की भी घोषणा की है।