लेग स्पिनर अमित मिश्रा भारत की सीमित ओवर की टीम में भले ही नियमित नहीं हों लेकिन वह रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा की अनुपस्थिति में न्यूजीलैंड के खिलाफ चल रही मौजूदा एक दिवसीय श्रृंखला में सीनियर स्पिनर की भूमिका का लुत्फ उठा रहे हैं।
बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीशचंद्र मिश्र ने पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को ब्राह्मण विरोधी बताया। उन्होंने कहा इन दोनों ने गुजरात में ब्राह्मणों का कत्लेआम कराया है। भाजपा ने राम मंदिर के नाम पर काफी धन जुटाया है। जिसका वह आगामी चुनाव में भरपूर उपयोग करेगी। उन्होंने कहा कि चुनाव के नाम पर भगवान याद आते हैं। घाटमपुर पर सतीशचंद्र मिश्र ब्राम्हण भाईचारा एकता सम्मेलन में शिरकत करने पहुंचे थे।
'एमएस धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी' फिल्म को सीधे-सीधे बायोपिक नहीं कहा जा सकता। इसमें सिर्फ महेंद्र सिंह के जीवन की कुछ घटनाएं हैं। नीरज पांडे ने हालांकि पूरी कोशिश की है कि यह एक अच्छी बायोपिक फिल्म लगे। पर कहीं-कहीं लगता है कि धोनी के जीवन की कुछ परतें खुलनी फिर भी बाकी रह गई हैं।
ढेरों भोजपुरी फिल्में बनाने के बाद हिंदी सिनेमा में बड़ा कदम रखने जा रहे निर्देशक सनोज मिश्रा के साथ ऐन वक्त पर धोखा होने की बात सामने आई है। दरअसल सनोज की फिल्म ‘गांधीगिरी’ जल्द रिलीज होने वाली है मगर हाल ही में जब इसका ट्रेलर और पोस्टर रिलीज हुआ तो उसमें से सनोज का नाम ही गायब था।
पिंक फिल्म के निर्देशक अनिरुद्ध रॉय बांग्ला फिल्मों के जाने-माने निर्देशक हैं। अपनी प्रतिभा के अनुसार ही उन्होंने एक अच्छी कहानी को और अच्छे निर्देशकीय कौशल में बांध दिया है। यह फिल्म अमिताभ बच्चन के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इस फिल्म ने फिर साबित किया है कि वह महत्वपूर्ण और मुकम्मल कलाकार क्यों हैं।
उपराज्यपाल नजीब जंग द्वारा दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को फिनलैंड से लौटने के लिए फैक्स भेजने के बाद अचानक शनिवार को आप के मंत्री सत्येंद्र जैन और कपिल मिश्रा जंग से मिलने उनके कार्यालय पहुंच गए। लेकिन जंग के वहां न होने के कारण उनकी मुलाकात नहीं हो पाई जिसके बाद दोनों पक्षों में आरोप-प्रत्यारोप का नया दौर शुरू हो गया।
अपने नए नाटक के साथ मंच पर वापसी कर रहे अभिनेता निर्देशक सतीश कौशिक का मानना है कि रंगमंच पर बॉलीवुड कलाकारों की मौजूदगी थियेटर में दर्शकों की तादाद बढ़ाने में मददगार होती है।
हाथ में ढफली, काले कुर्ते और जगह-जगह नुक्कड़ नाटक। यह तो साफ तौर पर वामपंथियों की पहचान है। इन नाटकों में सामाजिक मुद्दों पर करारा व्यंग्य होता है। यह नुक्कड़ नाटक अभी होंगे बस अंतर इतना है कि अब राष्ट्रवाद या केसरिया में यकीन रखने वाले लोग इससे जुड़ेंगे।
पड़ोसी देश पाकिस्तान भी इन दिनों अपने स्वतंत्रता दिवस की सत्तरवीं वर्षगांठ के उत्साह में है। वहां यह जश्न हम से एक दिन पहले मनाया जाता है। हर बार की तरह इस बार भी पाकिस्तान में शहीदों को याद करते समय भगत सिंह की शान में भी खूब कसीदे पढ़े गए।