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कभी भी ढह सकते हैं 100 पुल, हो सकता है बड़ा हादसा: नितिन गडकरी

कभी भी ढह सकते हैं 100 पुल, हो सकता है बड़ा हादसा: नितिन गडकरी

सड़क परिवहन एवं हाईवे मंत्री नितिन गडकरी ने सदन को बताया कि उनके मंत्रालय ने देशभर के 1.6 लाख पुलों के सुरक्षा मानदंडों की जांच की है. इस जांच के दौरान 100 पुलों को खतरनाक हालात में पाया है।
गठबंधन टूटने से विपक्ष निराश,जेडीयू ने कहा बहुत कोशिश की

गठबंधन टूटने से विपक्ष निराश,जेडीयू ने कहा बहुत कोशिश की

बिहार में जेडीयू-आरजेडी और कांग्रेस के बीच गठबंधन टूटने पर विपक्ष निराश है। विपक्ष के ज्यादातर दलों का कहा है कि नीतीश कुमार को किसी भी तरह से गठबंधन बचाना चाहिए था। वहीं जेडीयू का कहना है कि हमने बहुत कोशिश की।
घाटकोपर बिल्डिंग हादसे में मरने वालों की संख्या 17 हुई, शिवसेना नेता गिरफ्तार

घाटकोपर बिल्डिंग हादसे में मरने वालों की संख्या 17 हुई, शिवसेना नेता गिरफ्तार

मुंबई के घाटकोपर इलाके में चार मंजिला इमारत गिरने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 17 हो गई है जबकि हादसे में 6 लोग घायल भी हुए हैं। घटना स्थल पर बचाव कार्य अभी भी जारी है।
इंफाल का बराक पुल ध्वस्त, देश के अन्य हिस्सों से टूटा मणिपुर का संपर्क

इंफाल का बराक पुल ध्वस्त, देश के अन्य हिस्सों से टूटा मणिपुर का संपर्क

मणिपुर के इंफाल का सबसे महत्पवूर्ण बराक पुल सोमवार सुबह ध्वस्त हो गया जिसकी वजह से मणिपुर का संपर्क देश के अन्य हिस्सों से टूट गया है।
मोदी ने किया सबसे लंबे पुल का उद्घाटन, भूपेन हजारिका के नाम पर किया ब्रिज का नामकरण

मोदी ने किया सबसे लंबे पुल का उद्घाटन, भूपेन हजारिका के नाम पर किया ब्रिज का नामकरण

भाजपा सरकार के तीन साल पूरे होने के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज असम में देश के सबसे लंबे पुल का उद्घाटन किया। उद्घाटन के बाद पीएम मोदी खुद पुल का जायजा लेने पैदल ही निकल पड़े। इस दौरान उन्होंने इस पुल का नाम विश्व प्रसिद्ध लोकगायक भूपेन हजारिका के नाम पर रखने का ऐलान किया। यह पुल देश के दो पूर्वोत्तर राज्यों असम और अरुणाचल प्रदेश को जोड़ने का काम करेगा।
देश के सबसे लंबे पुल का उद्घाटन कल, जानिये इसकी 5 खास बातें

देश के सबसे लंबे पुल का उद्घाटन कल, जानिये इसकी 5 खास बातें

असम से सटे चीन की सीमा पर सुरक्षा तैयारियों के मद्देनजर ब्रह्मपुत्र नदी पर देश के सबसे लंबे पुल का निर्माण किया गया है। यह पुल देश की सुरक्षा जरूरतों को देखते हुए रणनीतिक रूप से भी अहमियत रखता है। इस पुल के निर्माण के लिए भिलाई इस्पात संयंत्र का लोहा इस्तेमाल किया गया है।
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