बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री कंगना रनौत और पूजा भट्ट के बाद अब मशहूर सिंगर अदनान सामी ने भी सोनू निगम का समर्थन किया। दरअसल, सोनू निगम ने एक के बाद एक ट्वीट कर लाउडीस्पीकरों का इस्तेमाल धार्मिक उपदेश देने और मस्जिदों, मंदिरों व गुरद्वारों से लाउडीस्पीकरों के जरिए सुनाई जाने वाले प्रार्थनाओं को गुंडागर्दी करार दिया था।
मुंबई में हमेशा से ही बिहार के लोगों का विरोध होता रहा है। बिहार और पूर्वांचल के लोगों को बाहर निकालने के लिए वहां कई बार प्रदर्शन भी होते हैं। मौजूदा सरकार में सहयोगी शिवसेना इन विरोधों को न सिर्फ हवा देती है बल्कि अगुआई भी करती है। ऐसे में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस का छठ पूजा में जाना कई संदेश देता है।
बिहार ही नहीं दिल्ली भी छठ के रंग में रंग गई है। चार दिन के अनुष्ठान के लिए व्रती तो तैयार हैं ही, उनके साथ परिवार जन, आस्थावान लोग भी रविवार शाम को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य देने के लिए तैयार हैं।
पिछले साल अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की भारत यात्रा के दौरान गार्ड ऑफ ऑनर का नेतृत्व करने वाली विंग कमांडर पूजा ठाकुर ने स्थायी कमीशन नहीं दिए जाने पर भारतीय वायुसेना के खिलाफ सशस्त्र बल न्यायाधिकरण का दरवाजा खटखटाया है।
बिहार में चुनाव नतीजे आने के बाद भले ही नीतीश कुमार बिहार का मुख्यमंत्री बनने की तैयारी कर रहे हों मगर राज्य के नेताओं और नौकरशाहों को पता है कि सत्ता का केंद्र कहां रहने वाला है। तभी तो छठ पर्व के खरना वाले दिन पटना में लाल और नीली-पीली बत्ती लगी गाड़ियों की सबसे लंबी कतार लालू प्रसाद के निवास के बाहर दिखाई दे रही थी।
भारतीय अमेरिकी समुदाय के लोगों ने यहां ऐतिहासिक पोटोमैक नदी के तटों पर छठ का पर्व मनाया जहां पारंपरिक परिधान में सजी महिलाओं ने उगते सूर्य की पूजा की। वर्जीनिया में छठ पर्व तीन दिन तक मनाया गया जिसमें करीब 250 भारतीय अमेरिकी लोगों ने भाग लिया।
इस पूजा में कुछ नया अनुभव करना हो तो कोलकाता का रूख किया जा सकता है। कोलकाता में हर साल की तरह इस बार भी पूजा पंडालों को अलग और अनूठा बनाने की तैयारी जोरों पर है। दुर्गा पूजा आने में अभी वक्त है। लेकिन पंडाल में ज्यादा से ज्यादा लोग आएं इसके लिए आयोजक तरह-तरह के प्रयोग कर रहे हैं। लोगों को आकर्षित करने के लिए कोलकाता के एक पंडाल ने यहां आने वाले लोगों को अफ्रीकी सफारी का आनंद लेने का मौका दिया है।
बिहार विधानसभा चुनाव की गहमागहमी के बीच त्योहारों का दौर भी शुरू होने जा रहा है। इस लिहाज से चुनाव आयोग ने त्योहारों के दौरान रेलवे को विशेष ट्रेनें चलाने की मंजूरी दे दी है। त्योहारों के दौरान बिहारवासियों के लिए 130 स्पेशल ट्रेनें और अलग से दस डुप्लीकेट ट्रेनें चलाने की योजना है।