मानव तस्करी मामलों में गत वर्ष पश्चिम बंगाल सबसे आगे रहा, वहीं दूसरे नंबर पर राजस्थान का नाम सामने आया है। करीब 61 फीसदी मानव तस्करी के मामले इन दोनों राज्यों से हैं।
पश्चिम बंगाल में बच्चों की खरीद-फरोख्त और तस्करी मामले में गिरफ्तार आरोपी चंदना चक्रवर्ती ने बच्चों को बेचने की प्रक्रिया में भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय और रूपा गांगुली पर भी आरोप लगाए हैं। आरोपी का यह बयान भाजपा के लिए नया सिरदर्द साबित हो सकता है।
पश्चिम बंगाल में बच्चों की तस्करी के आरोप में भाजपा महिला मोर्चा की शीर्ष नेता जूही चौधरी को गिरफ्तार किया गया है। चौधरी भाजपा की महिला विंग की महासचिव हैं। जूही चौधरी का नाम तब से सामने आया जब वो यह मामला सार्वजनिक होने के बाद भूमिगत हो गई थी।
बंगाल के जलपाईगुड़ी शिशु तस्करी कांड में भाजपा की महिला नेता का नाम सामने आया है। जांच कर रही सीआईडी ने प्राथमिकी में भाजपा महिला मोर्चा की जलपाईगुड़ी जिला महासचिव जूही चौधरी का नाम मामले में शामिल किया है। जूही फरार है। उसकी तलाश जारी है।
ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य वासुदेवानंद सरस्वती ने हिंदुओं से आह्वान किया कि वे दस बच्चे पैदा करें और अपने समुदाय की संख्या को बढ़ाएं। नागपुर में आरएसएस के समर्थन से संपन्न तीन दिवसीय धर्म संस्कृति महाकुंभ में संत समाज ने एक राष्ट्रीय जनसंख्या नीति बनाने और गौहत्या पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक केंद्रीय कानून बनाने का भी आह्वान किया। इस दौरान मंच पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी उपस्थित थे।
दिल्ली उच्च न्यायालय ने एक मामले की सुनवाई करते हुए व्यवस्था दी है कि बलात्कार के कारण जन्म लेने वाला बच्चा उसकी मां को मिले किसी भी तरह के मुआवजे से अलग मुआवजे का हकदार है।
महाराष्ट्र, गोवा, गुजरात और मध्य प्रदेश में हर दूसरा बच्चा किसी न किसी रूप से यौन शोषण से पीड़ित रहा है। यह बात प्लान इंडिया नाम के एक एनजीओ द्वारा राज्यों पर तैयार की गई एक रिपोर्ट में सामने आई है।
पुणे में रूबी हाॅल क्लीनिक ने एक नवजात बच्ची के इलाज के लिए बंद हो चुके पुराने नोट लेने से कथित तौर पर इनकार कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। बच्ची को केईएम अस्पताल के आईसीयू में रखा गया था। जहां रविवार की सुबह उसकी मौत हो गई।
मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने अपने ही आंकड़ों से अपने लिए बवाल खड़ा कर दिया। मामला पोषाहार बजट का है। सरकार ने बजट ज्यादा दिखाने के लिए आंकड़ों में एक करोड़ से भी ज्यादा बच्चों को पोषाहार बांटने का दावा किया है। लेकिन यह आंकड़ा खुद सरकार के लिए ही मुसीबत खड़ी करने वाला है।
परिजन और निकट के रिश्तेदारों द्वारा यौन उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं के बीच राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने पॉक्सो ई-बॉक्स पहल शुरू की है जिसके जरिये पीड़ित बच्चे अपनी शिकायत सीधे आयोग तक पहुंचा सकते हैं।