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आठ गांवों में पटाखों के बिना दिवाली मनाते हैं लोग

आठ गांवों में पटाखों के बिना दिवाली मनाते हैं लोग

ईरोड (तमिलनाडु), जिले के एक पक्षी अभयारण्य के आसपास के आठ गांवों के लोग पिछले 17 वर्ष से बिना पटाखा जलाए दिवाली मनाते हैं क्योंकि उन्हें इसकी आशंका है कि तेज आवाज से प्रवासी पक्षी डर कर भाग जाएंगे।
रोशन पर्व के विरह गीत

रोशन पर्व के विरह गीत

दीवाली के गीत हिंदी फिल्मों में कम हैं। होली की अपेक्षा तो बहुत ही कम। और जहां होली के गीतों के परिदृश्य में अक्सर उत्सवधर्मिता रहती है और उल्लासित वातावरण रहता है, वहीं दीवाली के दृश्य की उज्जवल पृष्ठभूमि में कई गीत कॉन्टेक्ट की तरह वैयक्तिक दुख और विषाद के गीत बन कर उभरते हैं।
ट्रंप की बहू ने हिंदू मंदिर में मनाई दीपावली

ट्रंप की बहू ने हिंदू मंदिर में मनाई दीपावली

अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के भारतीय अमेरिकी समुदाय तक पहुंचने के प्रयासों के तहत उनकी पुत्रवधू ने वर्जीनिया में एक हिंदू मंदिर में दीपावली मनाई। वर्जीनिया ऐसा अहम राज्य है जहां डेमोक्रेटिक एवं रिपब्लिकन उम्मीदवारों में से किसी को भी बड़ी संख्या में बहुमत मिलने की स्थिति नहीं दिख रही है।
अमेरिका डाक सेवा की दीवाली पर डाक टिकट

अमेरिका डाक सेवा की दीवाली पर डाक टिकट

अमेरिकी डाक सेवा द्वारा दीवाली पर डाक टिकट जारी किया गया। भारतीय अमेरिकियों और प्रभावशाली अमेरिकी सांसदों के सात सालों के लगातार प्रयासों के बाद प्रकाश के इस त्योहार पर यह मुमकिन हो सका।
15 सेक्टरों में एफडीआई का रास्ता आसान

15 सेक्टरों में एफडीआई का रास्ता आसान

केंद्र सरकार सरकार ने दिवाली के ठीक एक दिन पहले आर्थिक सुधारों की दिशा में एक बड़ा एलान किया है। मंगलवार को सरकार ने 15 क्षेत्रों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) सीमा बढ़ाने का निर्णय लिया है।
‘बिहार चुनाव के बाद वन रैंक वन पेंशन की अधिसूचना’

‘बिहार चुनाव के बाद वन रैंक वन पेंशन की अधिसूचना’

रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने आज कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव प्रक्रिया की वजह से आदर्श आचार संहिता लागू है और चुनाव प्रक्रिया पूरी होने के कुछ ही दिन बाद वन रैंक वन पेंशन के संबंध में अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।
कहानी: हिंदी पखवाड़े में लोकभाषा हितैषी

कहानी: हिंदी पखवाड़े में लोकभाषा हितैषी

साहिर लुधियानवी के हिन्दी गीत के संकलन का संपादन। साहिर लुधियानवी : मेरे गीत तुम्हारे हैं नाम से एक और पुस्तक प्रकाशनाधीन। सभी प्रमुख पत्र-पत्रिकाओं में कहानियां और गजलें प्रकाशित। साहित्य से इतर पर्यावरण पर भी लेखन। पिछले चार वर्षों से साहिर लुधियानवी के गीतों का डॉक्युमेंटेशन और ब्लॉग लेखन। गढ़वाली भाषा और संस्कृति पर सक्रिय संस्था ‘धाद’ से संबद्ध।
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