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जानिए, आखिर क्यों भौतिकविद् स्टीफन हॉकिंग ने कहा, सौ साल बाद छोड़ दें धरती

जानिए, आखिर क्यों भौतिकविद् स्टीफन हॉकिंग ने कहा, सौ साल बाद छोड़ दें धरती

दुनिया के महान भौतिकविद् स्टीफन हॉकिंग ने एक बार फिर धरती पर मानव जीवन को लेकर सौ सालों के बाद होने वाली मुश्किलों के लिए आगाह किया है। हॉकिंग ने कहा कि जलवायु परिवर्तन, बढ़ती आबादी और उल्का पिंडों के टकराव को देखते हुए खुद को बचाए रखने के लिए मनुष्य को दूसरी धरती खोज लेनी चाहिए।
दक्षिण एशिया में मोदी की अंतरिक्ष कूटनीति

दक्षिण एशिया में मोदी की अंतरिक्ष कूटनीति

भारत ने एक अद्भुत अंतरिक्ष कूटनीति को अपना कर आगे बढ़ने का सिलसिला शुरू कर दिया है। पहली बार भारत दक्षिण एशियाई देशों को 450 करोड़ रूपये के एक खास तोहफे के जरिए लीक से हटकर अतंरीक्ष कूटनीति को आजमा रहा है।
प्रौद्योगिकी को उन्नत बनाने के लिए भारत को और वैज्ञानिकों की जरूरत: मोदी

प्रौद्योगिकी को उन्नत बनाने के लिए भारत को और वैज्ञानिकों की जरूरत: मोदी

आम लोगों के फायदे की खातिर प्रौद्योगिकी को उन्नत बनाने के लिए देश को और अधिक वैज्ञानिकों की जरूरत पर बल देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि 104 उपग्रहों का एक साथ प्रक्षेपण और एक नयी मिसाइल के सफल परीक्षण जैसी उपलब्धियों के माध्यम से हमारे वैज्ञानिकों ने राष्‍ट्र को गौरवान्वित किया और दुनिया भर में उनकी सराहना हुई है।
दोबारा नापी जाएगी माउंट एवरेस्ट की उंचाई

दोबारा नापी जाएगी माउंट एवरेस्ट की उंचाई

नेपाल में दो वर्ष पहले आए भूकंप के पश्चात माउंट एवरेस्ट की उंचाई को ले कर वैज्ञानिक समुदाय की ओर से व्यक्त की गई शंकाओं के समाधान के लिए भारतीय सर्वेक्षण विभाग माउंट एवरेस्ट की उंचाई दोबारा नापेगा।
इंडोनेशिया में भूकंप में मरने वालों की संख्या 97 हुई

इंडोनेशिया में भूकंप में मरने वालों की संख्या 97 हुई

इंडोनेशया में बुधवार आए शक्तिशाली भूकंप में मरने वालों की संख्या 97 हो गई क्योंकि ढही हुई इमारतों के मलबों से कई शव बाहर निकाले गये हैं। आसेह प्रांत के पीडी जाया जिले में 6.5 तीव्रता का भूकंप उस वक्त आया जब लोग फज्र की नमाज :सुबह की नमाज: की तैयारी कर रहे थे। यह इलाका मुस्लिम बहुल है।
जीसैट 18 सफलतापूर्वक प्रक्षेपित, पीएम मोदी ने इसरो को दी बधाई

जीसैट 18 सफलतापूर्वक प्रक्षेपित, पीएम मोदी ने इसरो को दी बधाई

भारत के नवीनतम संचार उपग्रह जीसैट 18 का फ्रेंच गुयाना में कोउरू के अंतरिक्ष केंद्र से एरियनस्पेस राॅकेट के जरिए गुरुवार को सफल प्रक्षेपण किया गया। यह प्रक्षेपण पहले बुधवार को किया जाना था लेकिन कोउरू में मौसम खराब होेने के कारण इसे 24 घंटे के लिए टाल दिया गया था। कोउरू दक्षिणी अमेरिका के पूर्वाेत्तर तट स्थित एक फ्रांसीसी क्षेत्र है। पीएम मोदी ने इसरो को इस ऐतिहासिक सफलता पर बधाई दी है। मोदी ने सफल प्रक्षेपण को देश के अंतरिक्ष कार्यक्रम का दूसरा मील का पत्थर बताते हुये वैज्ञानिको की सराहना की।
इटली में शक्तिशाली भूकंप, 247 लोगों की मौत

इटली में शक्तिशाली भूकंप, 247 लोगों की मौत

मध्य इटली में बुधवार तड़के 6.2 तीव्रता का भूकंप का झटका आया। जिसके कारण 247 लोगों की मौत हो गई और पहाड़ पर स्थित दर्जनों गांव तबाह हो गए। भूकंप का केंद्र अंब्रिया के नोर्शिया शहर के पास था। प्रत्यक्षदर्शियों ने इतालवी मीडिया को बताया कि तेज झटकों के कारण इसके आसपास की कई इमारतें ढह गईं। मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
इटली के बाद भारत-म्‍यांमार में भी भूकंप, कोलकाता से बिहार तक कांपी धरती

इटली के बाद भारत-म्‍यांमार में भी भूकंप, कोलकाता से बिहार तक कांपी धरती

पड़ोसी देश म्यांमार में बुधवार शाम को तेज भूकंप आया। इसका असर बंगाल, बिहार, असम, झारखंड समेत देश के 11 से ज्यादा राज्यों में भी देखा गया। जिससे लोग दहशत में आ गये। कोलकाता, पटना, रांची, गुवाहाटी में करीब 10 सेकंड तक झटके महसूस किए गए। म्यांमार में रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 6.7 थी।
इसरो का कमाल : एक ही उड़ान में एक साथ 20 सैटेलाइट अंतरिक्ष में लॉन्च

इसरो का कमाल : एक ही उड़ान में एक साथ 20 सैटेलाइट अंतरिक्ष में लॉन्च

भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने बुधवार आंध्रप्रदेश के श्री‍हरिकोटा रेंज से एक ही उड़ान में एक साथ 20 सैटेलाइट अंतरिक्ष में लॉन्च कर नया इतिसास रच दिया है। इसरो के ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान की ये उड़ान सुबह 9 बजकर 26 मिनट पर लॉन्च की गई। ऐसी सुनहरी कामयाबी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर वैज्ञानिकों को बधाई दी है। इस कामयाबी के बाद भारत अमेरिका और रुस के एलीट क्‍लब में शामिल हो गया है।
9 मई को बुध ग्रह आएगा धरती करीब, पर नंगी आंखों से न देखें

9 मई को बुध ग्रह आएगा धरती करीब, पर नंगी आंखों से न देखें

एतिहासिक है सूरज और धरती के बीच छोटे से बुध ग्रह का आना और पांच घंटे पर बने रहना, वैज्ञानिक इस परिघटना के अध्ययन में जुटे, सूरज की छवि को एक शीट पर रिफलेक्ट करके ही देखने की सलाह
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