Advertisement

Search Result : "environmental concerns."

संसद सत्र शुरू होने से पहले मोदी बोले- विपक्ष नंबर की चिंता छोड़े, लोगों के मुद्दे उठाएं

संसद सत्र शुरू होने से पहले मोदी बोले- विपक्ष नंबर की चिंता छोड़े, लोगों के मुद्दे उठाएं

17वीं लोकसभा के पहले सत्र की आज से शुरुआत हो रही है। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री...
राफेल पर कैग ने सॉवरेन गॉरंटी नहीं मिलने पर उठाए सवाल, कहा- लेटर ऑफ कम्फर्ट से कमजोर हुआ पक्ष

राफेल पर कैग ने सॉवरेन गॉरंटी नहीं मिलने पर उठाए सवाल, कहा- लेटर ऑफ कम्फर्ट से कमजोर हुआ पक्ष

राफेल विमान सौदे पर नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट में कई सवाल उठाए गए हैं। कैग की...
चिराग पासवान की भाजपा को चेतावनी- 'सहयोगियों की चिंताओं को दूर करें वर्ना होगा नुकसान'

चिराग पासवान की भाजपा को चेतावनी- 'सहयोगियों की चिंताओं को दूर करें वर्ना होगा नुकसान'

बिहार में एनडीए गठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) के एनडीए से...
जुनून: पर्यावरण सरंक्षण को लेकर लगा डाले 38 हजार पेड़

जुनून: पर्यावरण सरंक्षण को लेकर लगा डाले 38 हजार पेड़

हाल ही में पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर एक ऐसे व्यक्ति का मामला सामने आया है,जिसने करीब 28 सालों में 38 हजार पेड़ लगा डाले हैं। तमिलनाडु निवासी और पर्यावरण प्रेमी योगनाथन के इस तरह के सराहनीय कार्य के बाद अब उनका नाम कक्षा 5वीं की किताब में शामिल किया जाएगा।
संपत्ति वितरण के लिये संपत्ति सृजन जरूरी: मुकेश अंबानी

संपत्ति वितरण के लिये संपत्ति सृजन जरूरी: मुकेश अंबानी

वैश्वीकरण का लाभ केवल दुनिया के धनी लोगों को ही मिलने को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच भारत के सबसे धनी उद्योगपति मुकेश अंबानी ने खुली बाजार अर्थव्यवस्था का पक्ष लिया और कहा कि संपत्ति सृजन को रोका नहीं जाना चाहिये क्योंकि समाज में संपत्ति वितरण के लिये संपत्ति सृजन जरूरी है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत चौथी औद्योगिक क्रांति और औद्योगिक नवप्रवर्तन के लिये तैयार है।
जेटली ने आर्थिक नरमी को खारिज किया, कर संग्रह में वृद्धि का दिया हवाला

जेटली ने आर्थिक नरमी को खारिज किया, कर संग्रह में वृद्धि का दिया हवाला

सरकार ने नोटबंदी की वजह से अर्थव्यवस्था में नरमी आने की चिंताओं को खारिज कर दिया है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से दिसंबर अवधि में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर वसूली में अच्छी वृद्धि हुई है। इससे विनिर्माण क्षेत्र सहित सभी क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियां बढ़ने का संकेत मिलता है।
Advertisement
Advertisement
Advertisement