महाराष्ट्र और पंजाब सरकार के बाद कर्नाटक सरकार ने भी किसानों की कर्ज माफी का फैसला लिया है। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बुधवार को किसानों की कर्ज माफी की घोषणा की है।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मौके पर किसानों ने योग कर अपना विरोध दर्ज कराया। मुजफ्फरनगर के रामपुर तिराहा में कुछ किसानों ने योगासन के जरिए अपना विरोध प्रदर्शन किया। वहीं बाराबंकी में फैजाबाद हाई-वे के अलावा देश के अन्य इलाकों में भी किसान शवासन कर अपनी नाराजगी जताते नजर आए।
मध्यप्रदेश के साथ-साथ कर्ज माफी की मांग को लेकर हरियाणा के किसान भी सड़क पर आ गए हैं। सैकड़ों किसानों ने शुक्रवार को अंबाला के पास दिल्ली-चंडीगढ नेशनल हाईवे (एनएच1) जाम किया। उधर मध्यप्रदेश में भी किसानों ने प्रदर्शन लगातार जारी हैं।
किसान आंदोलन को आगे बढ़ाने की रणनीति बनाने के लिए देशभर से आए किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को दिल्ली स्थित गांधी शांति प्रतिष्ठान में बैठक की। बैठक के दौरान किसानों में बढ़ती खुदकुशी और मंदसौर में मारे गए किसानों का मुद्दा प्रमुखता से उठाया गया। साथ ही सरकार से सभी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य और कर्जमाफी की मांग करते हुए देशभर के किसानों से एकजुट होने का अह्वान किया गया है।
अब किसान किसान आंदोलन की आग हरियाणा पहुंच गई है। आज हरियाणा में कांग्रेस किसानों के मसले पर महापंचायत करेगी, तो वहीं कई संगठनों ने हाईवे जाम का ऐलान किया है।
कई राज्यों में किसान आंदोलन चल रहा है। किसानों की आत्महत्याओं का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इसी के मद्देनजर मार्क्सवाद कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर संसद के मानसून सत्र में किसानों के लिए कानून बनाने की मांग की है।
मध्यप्रदेश के बाद कांग्रेस अब राजस्थान में भी भाजपा सरकार को घेरने की रणनीति तैयार कर ली है।बुधवार को पूरे प्रदेश में किसानों की कर्जमाफी के समर्थन में कांग्रेस आंदोलन करेगी।
किसान आंदोलन से बिगड़े माहौल के बाद बुधवार को मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान मंदसौर पंहुच गए हैं। वहीं कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया सत्याग्रह पर बैठने वाले हैं।