हिंदी के चंपी शब्द के अंग्रेजी के शैंपू तक के दिलचस्प सफर और इसी तरह के बहुत से शब्दों के निर्माण से जुड़े मजेदार वाकयों को मशहूर उपन्यासकार, स्तंभकार और पटकथा लेखक फारूख ढांडी ने अपनी नई किताब में समेटा है। इस किताब को उन्होंने नाम दिया है, ‘वर्ड्स।’
कनॉट प्लेस स्थित ऑक्सफोर्ड बुकस्टोर ने पिछले बृहस्पतिवार की शाम लोकप्रिय हिंदी साहित्य और उसमें भी जासूसी कथाओं के बादशाह स्तंभ सुरेन्द्र मोहन पाठक के साथ एक अनौपचारिक बातचीत आयोजित की। हिंद युग्म प्रकाशन के शैलेश भारतवासी और नीला स्कार्फ और हालिया रिलीज मम्मा की डायरी से चर्चित लेखिका अनु सिंह चौधरी ने उनसे बात की और जाना साहित्य की इस विधा को।