हॉकी वर्ल्ड लीग सेमीफाइनल्स में खिताबी रेस से बाहर हो चुकी भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने धुर विरोधी पाकिस्तान को शनिवार को इस टूर्नामेंट में दूसरी बार करारी मात दी है.
सोमवार को पूर्व कप्तान सरदार सिंह से इंग्लैंड की पुलिस ने 4 घंटे तक पुछताछ की है। कहा जा रहा है कि उन्हें 25 जून को टूर्नामेंट खत्म होने से पहले दूसरे दौर की पूछताछ के लिए फिर बुलाया जा सकता है।
चैंपियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम की पाकिस्तान के हाथों करारी हार के बाद लोगों के व्यवहार में एकाएक बदलाव देखा गया है। जिनके अंदर अब तक क्रिकेट का भूत सवार था वे अब हॉकी के प्रति प्यार लूटाते नजर आ रहे हैं। सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक भारतीय हॉकी टीम को जीत की बधाई दी जा रही है।
क्रिकेट की चकाचौंध के सामने जिस हॉकी को हमने लगभग भूला-सा दिया, आज उसने खेल प्रेमियों को खुश होने की बड़ी वजह दी। भारतीय हाॅॅॅकी ने आज वो किया, जिसकी उम्मीद क्रिकेट में की जा रही थी। सबकी निगाहें क्रिकेट पर रही, लेकिन कामयाबी हॉकी में मिली।
भारतीय पुरूष हाकी टीम लगातार दूसरे साल मलेशिया में सुल्तान जोहोर कप में भाग नहीं लेगी और उसने अक्तूबर में होने वाले टूर्नामेंट में पाकिस्तान की मौजूदगी को इसका कारण बताया है।
हाकी इंडिया ने मंगलवार को बेंगलुरु में सुल्तान अजलान शाह कप प्रतियोगिता के लिए 18 सदस्यीय भारतीय हाकी टीम की घोषणा कर दी। सितारा गोलकीपर पी. आर. श्रीजेश को टीम का कप्तान बनाया गया है। मलेशिया के इपोह में 29 अप्रैल से शुरू हो रही इस प्रतियोगिता के लिए जूनियर विश्व कप टीम के कुछ सदस्य भी टीम में शामिल किेए गए हैं ताकि विश्व कप (2018) और टोक्यो ओलंपिक (2020) के लिए टीम तैयार की जा सके।
भारत ने वेस्ट वैंकुवर में चिली को रोमांचक फाइनल मुकाबले में शूटआउट में हराकर महिला हाकी विश्व लीग के दूसरे दौर में जीत दर्ज की और विश्व लीग सेमीफाइनल के लिये क्वालीफाई किया।
भारतीय हाकी टीम के कप्तान पीआर श्रीजेश ने कहा कि यह देखकर अच्छा लगता है कि जूनियर और सीनियर खिलाडि़यों के बीच राष्ट्रीय टीम में जगह के लिये स्वस्थ प्रतिस्पर्धा है।
खचाखच भरे मेजर ध्यानचंद स्टेडियम पर चारों ओर से आते इंडिया इंडिया के शोर के बीच भारत ने आज बेहतरीन हाकी का नमूना पेश करते हुए बेल्जियम को 2-1 से हराकर जूनियर हाकी विश्व कप अपने नाम करने के साथ इतिहास पुस्तिका में नाम दर्ज करा लिया।
जीत के अश्वमेधी रथ पर सवार भारतीय टीम पंद्रह बरस बाद जूनियर हाकी विश्व कप फाइनल में कल बेल्जियम के खिलाफ उतरेगी तो खिलाड़ी अपनी आक्रामकता और जुझारूपन को बरकरार रखते हुए देशवासियों को अर्से बाद हाकी के मैदान पर खिताब तोहफे में देने के इरादे से उतरेंगे।