राजस्थान सरकार ने प्रभारी मंत्रियों को भले ही बाढ़ प्रभावित जिलों में भेज दिया हो, मगर वे भी इस आपदा से प्रभावित लोगों की सीमित मात्रा में ही मदद का आश्वासन दे पा रहे हैं।
देश के कई हिस्सों में पिछले कई दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने हाहाकार मचा दिया है। राजस्थान के साथ-साथ गुजरात में भी बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। इस स्थिति में अब एनडीआरएफ के साथ ही सेना ने भी मोर्चा संभाल लिया है।
पुणे जिले के इंदापुर में नाव पलटने से चार डॉक्टरों की मौत हो गई है। जिस दौरान यह हादसा हुआ उस समय नाव में 10 डॉक्टर मौजूद थे। स्थानीय नागरिकों और मछुआरों की मदद से अभी तक सिर्फ एक डॉक्टर का शव निकाला जा सका है। अन्य तीन की तलाश के लिए एनडीआरएफ की टीम बुलाई गई है।
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर के पास एक सुरंग धंसने के कारण उसमें फंसे तीन मजदूरों में से दो को कई दिनों के प्रयास के बाद आज सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। हालांकि अब भी एक मजदूर के सुरंग के अंदर ही मलबे में फंसे होने की आशंका है।
शुक्रवार सुबह दिल्ली एयरपोर्ट पर किसी रेडियोधर्मी पदार्थ के रिसाव की खबर से दहशत फैल गई। खबर मिलते ही एनडीआरएफ की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और पूरे क्षेत्र को विकिरणमुक्त करा लिया। शुरुआत में माना गया कि किसी रेडियोधर्मी पदार्थ का रिसाव हुआ है। यह पदार्थ फोर्टिस अस्पताल के लिए तुर्की के एक कार्गो विमान से लाया गया था। दिन भर एयपोर्ट को विकिरणमुक्त करने के लिए मशक्कत जारी रही। लेकिन शाम को परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड और दिल्ली सरकार ने किसी रेडियोधर्मी पदार्थ के रिसाव से साफ इन्कार कर दिया।