भारत में कटे होंठ और तालु के 72,000 से अधिक एेसे मामले हैं, जिनका अब तक उपचार नहीं हो सका है। इस विषय में अध्ययन करने वाले अनुसंधानकर्ताओं ने स्थिति से निपटने के लिए विशेष प्रयास करने के सुझाव दिये हैं। खराब पोषण और प्रसव पूर्व देखरेख की कमी के कारण निम्न और मध्यम आय वाले देशों में नवजात बच्चों में कटे होंठ और तालु के मामले देखने को मिलते हैं।