अक्सर मस्जिदों में लाउडस्पीकर से अज़ान सुनने के बाद ही नमाज पढ़ी जाती है। हाल ही में केरल की एक ऐसी अनोखी मस्जिद के बारे में पता चला है, जो मूक और बधिर लोगों को ध्यान में रखते हुए बनाई गई है। इस मस्जिद में हर जुमे की नमाज वे लोग भी पढ़ सकेंगे जो न तो सुन सकते हैं और न ही बोल सकते हैं।
बीजिंग में आज से शुरू हो रहे ‘बेल्ट एंड रोड फोरम’ (बीआरएफ) का भारत बहिष्कार करेगा। भारत की ओर से एक अधिकारिक बयान में कहा गया है कि भारत ऐसी परियोजना को स्वीकार नहीं कर सकता जो संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन करता हो।
इस बार मजदूर दिवस पर झारखंड के श्रमिक ज्यादा नाराज दिखे। मनरेगा के तहत मिलने वाली राशि में मामूली बढ़ोत्तरी के विरोध में श्रमिकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में मजदूरों ने पीएम मोदी को एक रूपए वापस करने की बात कही है।
राजभाषा पर बनी संसदीय समिति की 9वीं रिपोर्ट की ज्यादातर सिफारिशें राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने मान ली हैं। लेकिन इन सिफारिशों को जिस तरह प्रचारित किया जा रहा है, उससे हिंदी का भला कम, नुकसान ज्यादा हो सकता है। भाषाई वर्चस्व के जिन आरोपों से उबरने में हिंदी को कई दशक लगे, ऐसे खबरेें उन्हें फिर से जिंदा कर सकती हैं।
रोजर फेडरर चोट से उबरने के बाद लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। साल की शुरुआत में उन्होंने रॉफेल नडाल को पीटकर ऑस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीता। इसके अलावा उन्होंने नडाल को हाल ही में दोबारा मात दी है। फेडरर ने रविवार को अपने हमवतन स्टैन वावरिंका को हराकर इंडियन वेल्स का खिताब जीता। शीर्ष क्रम के विजेता खिलाड़ियों को इस तरह आसानी से हराने के बाद फेडरर पर टेनिस प्रेमियों की उम्मीदें दोबारा जगते जा रही हैं।
मुश्किल लक्ष्य का पीछा करके जीत दर्ज करने वाली आत्मविश्वास से भरपूर भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ कल दूसरे एक दिवसीय क्रिकेट मैच के जरिये श्रृंखला अपने नाम करने की कोशिश में होगी।
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने पहले एकदिवसीय मैच में इंग्लैंड के विशाल लक्ष्य को हासिल कर दर्ज की गयी जीत को विशेष करार देते हुए केदार जाधव की बेजोड़ शतकीय पारी के लिये जमकर तारीफ की। भारत के सामने 351 रन का लक्ष्य था लेकिन कोहली के 122 और जाधव की 120 रन की पारी तथा अंतिम क्षणों में हार्दिक पंड्या के 40 रन की मदद से वह यह मैच तीन विकेट से जीतने में सफल रहा।
21वीं सदी के 16वें साल में हिन्दी अपने मिजाज के मुताबिक व्याकरण की जकड़बंदी से निकलकर उर्दू मिश्रित हिन्दुस्तानी से होते हुये अंग्रेजीनुमा हिंग्लिश की ओर बढ़ती रही। बोलचाल अथवा संप्रेषण के स्वनियम पर आधारित हिन्दी में इस साल जहां एक ओर अन्य भाषाओं और ज्ञान-विज्ञान के विभिन्न इलाकों से आने वाले शब्दों को जगह मिली, वहीं दूसरी ओर फेसबुक-ट्विटर और कंप्यूटर के बढ़ते इस्तेमाल से हैश-टैग और एट दि रेट आॅफ जैसे निशान भी हिन्दी में शामिल होते गये।