अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले के बाद कांग्रेस उपाध्यशक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है। राहुल ने कहा कि मोदी की नीतियों ने कश्मीर में आतंकियों के लिए जगह बनाई, जिससे देश का काफी नुकसान हुआ है।
हाल-फिलहाल भाजपा के कई मंत्री और नेता अलग-अलग कारणों से सोशल मीडिया पर चर्चित हो रहे हैं। अब उत्तर प्रदेश के एक मंत्री जीएसटी का फुल फॉर्म नहीं बता पाए। जबकि लोगों के बीच वे जीएसटी के फायदे बताने गए थे।
केंद्रीय विज्ञान-प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने चीन में कहा कि वे देश में गाय के महत्व को साबित करके दिखाएंगे। उन्होंने कहा कि वह इसके लिए गाय से मिलने वाले ‘पंचगव्य’ के फायदों को स्पष्ट करने के लिए योग्य वैज्ञानिक अनुसंधान रिसर्च कर रहा है। ‘पंचगव्य’ गाय के पांच उत्पादों- गाय के गोबर, गोमूत्र, गाय के दूध, दही और घी को एक साथ मिलाकर बनाया जाता है।
खासतौर पर गर्मी के दिनों में हम पुदीने की चटनी, पुदीने का शरबत जरूर उपयोग में लाते हैं । इतना ही नहीं हम दूसरे पेय पदार्थों में भी पुदीने का मिश्रण मिलाकर इसका भरपूर लुत्फ उठाते हैं। ऐसा हम स्वाद के लिए तो करते ही हैं साथ ही अपनी सेहत को भी पुदीने की शक्ति से नवाजते हैं।
कैंसर से संघर्ष के बाद युवराज सिंह ने एक समय क्रिकेट को अलविदा कहने के बारे में सोचा था लेकिन कप्तान विराट कोहली के विश्वास ने उसे ऐसा करने से रोका और उस विश्वास पर खरा उतरना इस धाकड़ बल्लेबाज के लिये लाजमी था।
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के विशेषज्ञ जनरल कमर जावेद बाजवा ने आज पाकिस्तान के नए सैन्य प्रमुख के तौर पर पदभार संभाल लिया। बाजवा ने जनरल राहील शरीफ की जगह ली है जिन्होंने अपने भाषण में भारत को कश्मीर मुद्दे पर आक्रामक रूख अपनाने के खिलाफ चेतावनी दी है।
दिल को छू लेने वाली एक पहल के तहत महाराष्ट्र में एक जिलाधिकारी ने बिल्कुल ही निराले अंदाज में सेवानिवृत्त हो रहे अपने ड्राइवर का सम्मान किया। जिलाधिकारी ने ड्राइवर को अपनी सजी-धजी सरकारी गाड़ी में पिछली सीट पर बिठाया और खुद गाड़ी चलाकर कार्यालय तक लेकर गए। सेवानिवृत्ति के दिन अपने उच्चाधिकारी से ऐसी सम्मानजनक विदाई पाकर चालक भाव विह्वल हो उठा।
राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी रिटायरमेंट की तैयारियों में जुटे हैं। जब वे राष्ट्रपति चुने गए थे, तब उन्होंने राष्ट्रपति भवन जाने के पहले कहा था कि वे राजनीतिक जीवन की सरगर्मियों को मिस कर रहे हैं। अब बतौर राष्ट्रपति कार्यकाल खत्म होने के बाद के जीवन के लिए चुपचाप तैयारी कर रहे हैं। राष्ट्रपति भवन के बाद उनका अगला ठिकाना 34, एपीजे अब्दुल कलाम रोड होगा। वहां वे अपनी पुरानी किताबें ले जाएंगे। बाकी चीजें वे राष्ट्रपति भवन के संग्रहालय के लिए छोड़ देंगे।