प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्राचीन दार्शनिक चार्वाक की उक्ति, कवि काका हाथरसी की कविता और संस्कृत के श्लोकों के माध्यम से कांग्रेस पर तंज कसा और विपक्षी पार्टी की नीयत में खोट होने का आरोप लगाते हुए कहा कि कोई भी बड़ा काम करने के लिए पुरूषार्थ चाहिए जो वर्तमान सरकार में है।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े एक संगठन ने शिक्षा नीति में बदलाव कर संस्कृत या अन्य शास्त्रीय भाषाओं जैसे अरबी, फारसी, लैटिन और ग्रीक को कम से कम चार वर्ष तक स्कूली शिक्षा में अनिवार्य बनाने की सलाह दी है।