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राष्ट्रपति के तौर पर इसलिए याद रहेंगे प्रणब मुखर्जी, 10 प्रमुख बातें

राष्ट्रपति के तौर पर इसलिए याद रहेंगे प्रणब मुखर्जी, 10 प्रमुख बातें

राष्ट्रपति के रूप में प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 25 जुलाई को खत्म हो गया। आज 14वें राष्ट्रपति के रूप में रामनाथ कोविंद ने शपथ ली। अब 10, राजाजी मार्ग आज से प्रणब मुखर्जी का नया पता होगा। अपने पूरे कार्यकाल के दौरान संवैधानिक मर्यादा और मूल्यों का बखूबी पालन करने वाले प्रणब दा के कार्यकाल की ये बातें खासतौर पर याद रहेंगी।
आज आखिरी बार बतौर राष्ट्रपति देश को संबोधित करेंगे प्रणब मुखर्जी

आज आखिरी बार बतौर राष्ट्रपति देश को संबोधित करेंगे प्रणब मुखर्जी

देश के 13वें राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल आज खत्म हो रहा है। प्रणब मुखर्जी आज शाम राष्ट्रपति के तौर पर देशवासियों को आखिरी बार संबोधित करेंगे। वहीं, राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के उत्तराधिकारी और देश के अगले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 25 जुलाई को शपथ ग्रहण करेंगे।
लोकनायक भवन में आग, भवन में ईडी, इनकम टैक्स के ऑफिस

लोकनायक भवन में आग, भवन में ईडी, इनकम टैक्स के ऑफिस

दिल्ली के खान मार्किट स्थित लोकनायक भवन में भयंकर आग लग गई। इस भवन में ईडी और आयकर विभाग के ऑफिस के साथ-साथ राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग का ऑफिस भी मौजूद हैं।
प्रणव मुखर्जी के पांच सौ पाइप रह जाएंगे राष्ट्रपति भवन में

प्रणव मुखर्जी के पांच सौ पाइप रह जाएंगे राष्ट्रपति भवन में

धूम्रपान छोड़ने के बाद भी प्रणव मुखर्जी का पाइप के प्रति लगाव कम नहीं हुआ था। उन्होंने कभी सिगरेट नहीं पी, सिर्फ पाइप ही पी। अब उनके द्वारा संग्रहित पांच सौ से ज्यादा पाइप राष्ट्रपति भवन में एक याद के तौर पर रह जाएंगे।
क्रिकेट: नए कोच रवि शास्त्री से जुड़ीं कुछ दिलचस्प बातें

क्रिकेट: नए कोच रवि शास्त्री से जुड़ीं कुछ दिलचस्प बातें

रवि शास्‍त्री के नाम पर मुहर लगने के साथ ही टीम इंडिया के कोच पर चला आ रहा सस्‍पेंस आखिरकार खत्‍म हो गया। एक लंबे इंतजार के बाद उन्‍हें मुख्‍य कोच बनाया गया है। मंगलवार को बीसीसीआई ने ऐलान किया कि रवि शास्त्री 2019 विश्वकप तक कोच रहेंगे।
कोहली की पसंद शास्त्री हो सकते हैं कोच

कोहली की पसंद शास्त्री हो सकते हैं कोच

अनिल कुंबले के कोच पद से इस्तीफा देने के बाद से बहुत सारे नामों पर अटकलें थीं। टीम इंडिया के पूर्व निदेशक रवि शास्त्री का नाम आने के बाद लग रहा है कि जल्द ही तस्वीर साफ होगी।
दिल्ली में गुजरात भवन कैंटीन नहीं है कैशलेस

दिल्ली में गुजरात भवन कैंटीन नहीं है कैशलेस

दीया तले अंधेरे की कहावत दिल्ली के गुजरात भवन में साकार हो रही है। देश भर को कैशलेस बनाने की मुहिम में जुटे नरेंद्र मोदी चाहते हैं कि नकद की जगह कार्ड का इस्तेमाल हो, लेकिन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित गुजरात भवन के कैंटीन में अभी तक यह व्यवस्था नहीं हो पाई है।
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