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पुस्तक समीक्षा : परखनली

पुस्तक समीक्षा : परखनली

किताब "परखनली" कहानियों की किताब है। इसमें कुल दस कहानियां हैं। पहली छह कहानियां आज़म क़ादरी ने लिखी...
इंटरव्यू : सुखद था वह क्षण जब गुलजार साहब ने मुझसे ऑटोग्राफ मांगा था, बोले कथाकार चरण सिंह पथिक

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विलियम शेक्सपीयर के दुखांत नाटकों का सिनेमाई रूपांतरण करने वाले मशहूर फ़िल्म निर्देशक विशाल...
पुस्तक समीक्षा : बाली उमर

पुस्तक समीक्षा : बाली उमर

बाली उमर, हिंदी के युवा और चर्चित लेखक भगवंत अनमोल का उपन्यास है। इसकी कहानी गांव के कुछ बच्चों के इर्द...
पुस्तक समीक्षा : बहेलिए

पुस्तक समीक्षा : बहेलिए

बहेलिए कहानियों की किताब है। इसे लेखिका अंकिता जैन ने लिखा है। किताब में महिलाओं के इर्द गिर्द बुनी गई...
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