इस बार के राष्ट्रीय पुरस्कारों में अलग हट कर बनी फिल्मों ने बाजी मारी है। दम लगा के हाईशा, पीकू और तनु वेड्स मनु रिटर्न्स का पुरस्कारों की सूची में तीन महत्वपूर्ण स्थान लेना दिखाता है कि ‘ऑफ बीट’ सिनेमा का दम अब तक बरकरार है।
तनु वेड्स मनु रिटर्न्स की सफलता का आनंद ले रहे अभिनेता आर. माधवन ने बांग्ला फिल्म उद्योग कॉलीवुड और बॉलीवुड में अपने लिए जगह तो बना ली लेकिन उनका मानना है कि उन्होंने अभी भी हिंदी फिल्म निर्माताओं को अपनी वास्तविक क्षमता नहीं दिखाई है।
पिछले लंबे समय से फिल्मों में व्यस्त रहने वाली कंगना अब ब्रेक ले रही हैं। ‘कई महीनों से मुझे अपने लिए फुर्सत के कुछ पल भी नहीं मिले।’ तनु वेड्स मनु रिटर्न्स में एक ‘चुनौतीपूर्ण’ दोहरी भूमिका, उसकी जल्दी रिलीज, तेज डबिंग शेड्यूल और उसके बाद के भागदौड़ भरे प्रोमोशंस से वह अब खासा थका महसूस कर रही हैं। इतना ही नहीं, वह कुछ बताती हैं कि फिल्म की सफलता से जुड़ा एक प्रोमेशन अभी किया जाना शेष है। एक शाम कंगना के खार स्थित घर में कॉफी पर बातचीत में अन्य विषयों के अलावा उनके निभाए चरित्रों का आकलन, बॉलीवुड की बदलती तस्वीर और हीरोइन का आज की इंडस्ट्री में बदलते स्थान पर हुई बातचीत के अंश
तनु-मनु ने अपने दर्शकों को खूब गुदगुदाया था। कंगना और माधवन की इस जोड़ी ने ‘ऑन स्क्रीन केमेस्ट्री’ को जैसे पंख लगा दिए थे। अब यही सफलता फिर दोहराई जाएगी, बस अगले हफ्ते।