ओलंपिक में पिछले 36 वर्षों में अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से एक जीत दूर भारतीय पुरूष हाकी टीम रियो खेलों में रविवार को मजबूत बेल्जियम के खिलाफ होने वाले क्वार्टर फाइनल में अपनी गलतियों को दूर करके वर्षों बाद नया मुकाम हासिल करने के लिये उतरेगी।
भारतीय महिला हाकी टीम का लचर प्रदर्शन बदस्तूर जारी रहा और अमेरिका ने उसे 3-0 से हराकर रियो ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल में प्रवेश के उसके रास्ते लगभग बंद कर दिये।
सेरेना विलियम्स का पांचवां ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने का सपना यूक्रेन की एलिना स्वितोलिना ने तोड़ दिया। सेरेना की हार से रियो ओलंपिक में महिला टेनिस खिताब के लिये अब खुला मुकाबला हो गया है। शीर्ष वरीयता प्राप्त और गत चैम्पियन सेरेना कंधे की चोट के कारण जूझती नजर आई। उसे 13 साल जूनियर खिलाड़ी ने 6 -4, 6-3 से हराया।
पुरूष हॉकी टीम और सेना के रोवर दत्तू बबन भोकनलाल को छोड़कर भारत के लिए रियो ओलंपिक का पहला दिन निराशाजनक रहा। पुरूष हॉकी टीम ने जहां ओलंपिक में पहला लीग मैच नहीं जीत पाने का 12 साल पुराना कलंक धो दिया वहीं भोकनलाल पुरूषों के एकल स्क्रल में अपनी हीट में तीसरे स्थान पर रहकर क्वार्टर फाइनल में पहुंच गए। इन दोनों को छोड़कर भारतीय दल को निशानेबाजी, टेनिस, टेबल टेनिस और भारोत्तोलन में निराशा ही हाथ लगी।
रियो ओलंपिक में शानदार शुरुआत करते हुए भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने अपने पहले मैच में आयरलैंड को एक कड़े मुकाबले में 3-2 से हरा दिया। रूपिंदर पाल सिंह की अगुआई में ड्रैग फ्लिकरों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत ने यह जीत दर्ज की।
ओलंपिक की तैराकी स्पर्धा में एक बार फिर माइकल फेल्प्स अमेरिकी चुनौती की अगुवाई करेंगे जबकि उनके चैम्पियन बनने की राह में सिर्फ आस्ट्रेलियाई तैराक चुनौती पेश कर सकते हैं। 18 स्वर्ण समेत रिकार्ड 22 ओलंपिक पदक जीत चुके फेल्प्स का यह पांचवां ओलंपिक है।
रियो ओलंपिक से पहले दमदार प्रदर्शन से उत्साहित भारतीय पुरूष टीम शनिवार से शुरू हो रही हाकी स्पर्धा में 36 साल पुराना पदक का इंतजार खत्म करने के इरादे से मैदान में उतरेगी। आठ बार की ओलंपिक चैम्पियन भारतीय टीम ने आखिरी बार ओलंपिक स्वर्ण 1980 में मास्को में जीता था।
भारत के तीन सदस्यीय मुक्केबाजी दल को शनिवार से यहां शुरू हो रही ओलंपिक की इस स्पर्धा में कड़ी चुनौती मिलेगी लेकिन उनका इरादा भारत में लंबे समय से चली आ रही प्रशासनिक अस्थिरता से त्रस्त हो चुके खेल का पुनरोत्थान करना है। शिव थापा (56 किलो), मनोज कुमार (64 किलो) और विकास कृष्ण (75 किलो) ओलंपिक की मुक्केबाजी स्पर्धा में भारतीय चुनौती पेश करेंगे।