भोपाल के वनमाली सृजनपीठ ने हरि भटनागर के नए उपन्यास एक थी मैना एक था कुम्हार पर समीक्षा संगोष्ठी आजोजित की। इस अवसर पर वरिष्ठ कथाकार-नाटककार असगर वजाहत ने अपने विचार व्यक्त किए।
चंद्रधर शर्मा ‘गुलेरी’ की कहानी ‘उसने कहा था’ सौ साल की हो गई है। यह सिर्फ प्रेम कहानी नहीं है, बल्कि मासूम प्रेम की अभिव्यक्ति है। उसने कहा था गुलेरी जी ने सन 1915 में लिखी थी। सौ साल बाद भी इस कहानी की न रुमानियत खत्म हुई न मासूमियत।