आयकर विभाग ने आज उत्तर प्रदेश में छह शहरों के 15 इलाकों में छापेमारी की। विभाग ने कर चोरी के आरोपों में प्रदेश के दो आईएएस अफसरों सहित चार नौकरशाहों के परिसर पर छापेमारी की कार्रवाई की है।
उत्तर प्रदेश में भाजपा नेता और हिंदूवादी संगठनों की गुंडागर्दी के दो मामले सामने आए हैं। एक मामले में बजरंग दल के लोगों पर दो युवकों की सरेआम पिटाई का आरोप है, जबकि दूसरा मामला भाजपा के सांसद से जुड़ा हुआ है। सासंद पर आरोप है कि उन्होंने एक शख्स के साथ मारपीट की है।
उत्तर प्रदेश का एक ऐसा मामला सामने आया है, जो सचमुच हैरान कर देने वाली है। यह मामला कहीं और का नहीं बल्कि इलाहाबाद के कंजासा गांव का है, जहां रहने वाला हर व्यक्ति 1 जनवरी को पैदा हुआ है।
एकाएक बड़े फैसले लेने वाली उत्तर प्रदेश की योगी ने सभी प्राइमरी और मिडिल स्कूलों में शनिवार को 'नो बैग डे' करने का फैसला किया है। इस दिन सिर्फ ज्वॉयफुल एक्टिसविटी ही होंगी। उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने शिक्षा विभाग के अफसरों के साथ हुई बैठक के बाद यह फैसला किया। ो
उत्तर प्रदेश के संभल में कल रात कई घरों में आगजनी और लूटपाट की घटनाएं हुई है। क्षेत्र का वातावरण तनावग्रस्त होने के नाम से गांव से पलायन की भी खबर आ रही है।
उत्तर प्रदेश में गुंडाराज का खत्म करने के दावे के साथ आई योगी आदित्यनाथ की सरकार के सामने हिंसक घटनाएं नई चुनौती पेश कर रही है। खासतौर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में जिस तरह शोभा यात्रा के नाम पर निकलेे जुलूस उपद्रव का कारण बने रहे हैं, उसने कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
उत्तर प्रदेश का सहारनपुर जिला अब जुलूस, बवाल और दंगो के नाम से चर्चा में है। दूधली के बाद बड़गांव के सब्बीरपुर में जुलूस के नाम पर बवाल हुआ। इस तरह शोभायत्रा के नाम पर हो रही हिंसा और उपद्रव कई सवाल खड़े कर रहे हैं।
रातो रात बड़े फैसले लेने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज एक अहम फैसला लिया है। योगी सरकार ने घोषणा की कि अब हर साल 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश दिवस मनाया जाएगा। सरकार ने यह निर्णय इसलिए लिया क्योंकि इसी दिन वर्ष 1950 को यूनाइटेड प्रोविंस का नाम उत्तर प्रदेश किया गया था।
स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली का आलम आज भी जस की तस है जबकि उत्तर प्रदेश की सत्ता अखिलेश सरकार से होकर योगी आदित्यनाथ के पास पहुंच चुकी है। इस दौरान सरकार बदलाव के तमाम बड़े दावे करे, लेकिन एक आम आदमी के द्वारा शव को अपने कंधे पर उठाकर ले जाना सभी दावों को ढेर करता दिख रहा है।
यह बसपा प्रमुख मायावती के राज में हुआ ऐसा कथित घोटाला है, जिसे लोग पहले दिन से ही घोटाला मानते हैं। लेकिन साबित आज तक नहीं हो पाया। इस मामले में मायावती के साथ-साथ अखिलेश यादव पर भी शिकंजा कसना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है।
फिल्म निर्माता शिरीष कुंदर ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी के खिलाफ कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में अपने खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बाद सोशल मीडिया पर माफी मांग ली है।