नोट बंदी लागू होने के बाद विभिन्न हिस्सों में काले धन को सफेद करने में बैंकों व बैंककर्मियों की भूमिका संदिग्ध है। यूं कहा जाए कि पीएम नरेंद्र मोदी के इस कदम के बाद देश के बैंकिंग ढांचे की कलई खुल गई है। तीन वर्ष पहले एक वेबसाइट की तरफ से निजी व सरकारी बैंकों में काले धन को सफेद करने के गोरखधंधे का जो खुलासा हुआ था वह बदस्तूर जारी है। इस बीच आरबीआइ ने नियमों में कड़ाई बरती है। बैंकों पर जुर्माना लगाया लेकिन इन्हें नजर अंदाज करने वालों पर कोई लगाम नहीं लग पाया है।
नोटबंदी के तुरंत बाद गोल्ड इंपोर्ट के जरिए कालाधन को सफेद करने की खबर आ रही है। स्वर्ण आयात के अनुमान भी इशारा कर रहे हैं कि इस व्यापार से जुड़ी कुछ इकाइयों ने बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर लोगों को अपना कालाधन गोल्ड बार और जूलरी में बदलने में मदद की है।
बांग्लादेशी हिंदुओं ने अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति बराक ओबामा से यह अपील करने के लिए व्हाइट हाउस के समक्ष शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया कि वह मुस्लिम बहुल देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न को समाप्त करने और अल्पसंख्यकों की रक्षा करने में मदद करें।
अमेरिकी चुनावी चक्र में रूस के हस्तक्षेप को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने खुफिया अधिकारियों को वर्ष 2016 के राष्ट्रपति पद के चुनाव में हुई दुर्भावनापूर्ण साइबर गतिविधि की पूर्ण समीक्षा करने का आदेश दिया है।
कर्नाटक के खनन उद्योग के किंग और पूर्व मंत्री जनार्दन रेड़्डी काला धन को लेकर एक बार फिर विवादों में आ गए हैं। रेड्डी के करीबी एक प्रशासनिक अधिकारी के ड्राइवर ने आत्महत्या कर ली है और अपने सुसाइड नोट में दावा किया है कि उक्त अधिकारी के जरिये रेड्डी ने अपना करोंडों का काला धन सफेद कर लिया है।
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अब सवाल किया है कि वे यह क्यों नहीं बताते कि उन्होंने पिछला चुनाव कालेधन से लड़ा था या सफेद धन से जीत कर प्रधानमंत्री बने थे। सच्चाई बताने में कतरा क्यों रहे है देश के लोग इस सच्चाई को जानना चाहते हैं।
तेलगूदेशम पार्टी के सांसद एन शिवप्रसाद ने नोटबंदी के फैसले के बाद आम जनता को होने वाली समस्याओं को उजागर करने के लिए अनोखा तरीका अख्तियार किया। मंगलवार को एन शिवप्रसाद संसद में काली सफेद रंग की शर्ट पहनकर आए जिसमें एक तरफ दुखी किसानों की तस्वीर थी तो दूसरी तरफ अमीर लोगों की।
अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव से पूर्व कराए गए एक ताजा सर्वेक्षण के अनुसार व्हाइट हाउस के लिए मुकाबला और कांटे का हो गया है और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप से मात्र दो प्रतिशत अंक से आगे हैं।