ब्राजील ने पराग्वे को 2-0 से हराकर विश्व कप फुटबाल में क्वालीफिकेशन की ओर अगला कदम रख दिया जबकि लियोनेल मेस्सी के निलंबन के बाद अर्जेंटीना की राह मुश्किल हो गई है।
आस्ट्रेलिया के शान टैट ने अपने चोटों से भरे करियर को अलविदा कह दिया। उन्हें लगता है कि अब उम्र उन पर हावी होने लगी है। दुनिया के तेज गेंदबाजों में से एक टैट ने आस्ट्रेलिया के अंतिम मैच जनवरी 2016 में खेला था। उन्होंने कहा कि अब उन्हें महसूस होने लगा है कि उम्र का असर उनके शरीर पर हो रहा है।
ब्राजील उरूग्वे को हराकर विश्व कप फुटबाल में अपनी जगह पक्की करने के करीब पहुंच गया जबकि लियोनेल मेसी चिली के खिलाफ अपने एकमात्र गोल के दम पर अर्जेंटीना का क्वालीफिकेशन अभियान फिर से पटरी पर ले आये।
पूर्व विश्व शतरंज चैम्पियन विश्वनाथन आनंद को भरोसा है कि 2016 में मिश्रित सफलता के बाद वह वापसी करने में सफल रहेंगे और उन्होंने कहा कि वह इस साल ग्रैंड चेस टूर और विश्व कप में हिस्सा लेंगे। ग्रैंड चेस टूर में इस साल पांच टूर्नामेंट होंगे।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी ने प्रदेश के 100 निजी स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। स्कूलों पर बच्चों को कच्ची उम्र में असहिष्णुता का पाठ पढ़ाने का आरोप है। सौ स्कूलों की इस सूची में पांच राज्य सरकार से मान्यता प्राप्त स्कूल भी शामिल हैं। इसमें अधिकतर निजी स्कूल केंद्रीय शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त हैं।
दुनिया भर में आर्थिक क्षेत्र में एक बेहतर निवेश संभावनाओं वाले देश के रूप में अपनी पहचान बना चुके भारत के मामले में एक रोचक तथ्य यह भी है कि यहां प्रत्येक 100 मतदाताओं में से केवल सात ही करदाता हैं। इसके आधार पर कहा जा रहा है कि दुनिया के इस सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में राजकोषीय लेकतंत्र विकसित नहीं हो सका है।
वैश्वीकरण का लाभ केवल दुनिया के धनी लोगों को ही मिलने को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच भारत के सबसे धनी उद्योगपति मुकेश अंबानी ने खुली बाजार अर्थव्यवस्था का पक्ष लिया और कहा कि संपत्ति सृजन को रोका नहीं जाना चाहिये क्योंकि समाज में संपत्ति वितरण के लिये संपत्ति सृजन जरूरी है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत चौथी औद्योगिक क्रांति और औद्योगिक नवप्रवर्तन के लिये तैयार है।
दावोस में विश्व आर्थिक मंच की शुरूआत से पहले, ऑक्सफेम ने आज कहा कि आठ व्यक्तियों के पास उतनी संपत्ति है जितनी दुनिया की आधी आबादी के पास है और इससे हमारे समाजों में विभाजन का खतरा पैदा होता है।