1992 के बाद वित्तीय वर्ष 2016-17 में कार्पोरेट निवेश की गति सबसे धीमी हो गई है। विश्लेषकों का कहना है कि अर्थव्यवस्था में खराब मांग और नए परियोजनाओं को ऋण देने के लिए बैंकों की अनिच्छा से यह गिरावट आई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका में उद्योग समूहों के शीर्ष प्रतिनिधियों के साथ बैठक के दौरान कहा कि अमेरिकी कंपनियों के पास भारत में निवेश करने का ऐतिहासिक मौका है।