Advertisement

Search Result : " माली"

पोप ने धोए मुस्लिम प्रवासियों के पांव, बोले हमलोग भाई-भाई

पोप ने धोए मुस्लिम प्रवासियों के पांव, बोले हमलोग भाई-भाई

ब्रसेल्स हमलों के बाद भड़की मुस्लिम विरोधी भावनाओं के बीच पोप फ्रांसिस ने मुस्लिम, ईसाई एवं हिंदू शरणार्थियों को एक ही ईश्वर की संतान बताते हुए उनके पैर धोए और उन्हें चूमा।
संरा के बकाये के चलते वेनेजुएला समेत 15 देशों ने खोए मताधिकार

संरा के बकाये के चलते वेनेजुएला समेत 15 देशों ने खोए मताधिकार

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की-मून ने महासभा को बताया है कि तेल उत्पादक वेनेजुएला समेत 15 देशों पर संयुक्त राष्ट्र के नियमित बजट में वार्षिक तौर पर दिया जाने वाला योगदान बकाया है, जिसका अर्थ यह है कि ये देश अपवाद की परिस्थितियों से इतर इस 193 सदस्यीय वैश्विक संस्था में मतदान नहीं कर सकते हैं।
माली हमले में भारतीय मूल की समाजसेवी अ‍नीता दातार की मौत

माली हमले में भारतीय मूल की समाजसेवी अ‍नीता दातार की मौत

माली के एक होटल पर आतंकवादी हमले में मरे 27 लोगों में भारतीय मूल की एक अमेरिकी नागरिक भी शामिल है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जान किरबी ने बताया कि कल के हमले में एकमात्र जिस अमेरिकी नागरिक की मौत हुई वह अनीता अशोक दातार (41) हैं। इन 27 लोगों की मौत के बाद माली में शोक की लहर है और देश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित कर दिया गया है। देश में 10 दिनों के लिए आपातकाल भी लगा दिया गया है।
माली अटैक: 170 बंधकों में से कई भारतीय, तीन को मारा

माली अटैक: 170 बंधकों में से कई भारतीय, तीन को मारा

अफ्रीकी देश माली की राजधानी बामको में सशस्‍त्र आतंकियों ने रेडिसन ब्लू होटल में 170 लोगों को बंधक बना लिया है इनमें 15 भारतीय भी बताए जा रहे हैं। मुंबई के 26/11 हमले की तरह की घटना में दो लोगों के शामिल होने की बात कही जा रही है। खबर है कि बंधक बनाए गए तीन लोगों को आतंकियों ने मौत के घाट उतार दिया है। बंधकों से कुरान की आयतें सुनाने को कहा जा रहा है और ऐसा करने वाले 15 लोगों को रिहा कर दिया है।
प्रकृति से छीना तो वापस भी करो

प्रकृति से छीना तो वापस भी करो

हिमाचल प्रवास के दौरान कहीं वैसे रसीले आडू भी नहीं दिखे जैसे हमने राज्य में घुसने के ठीक पहले पंचकुला में लिए थे। और लाल-लाल चेरी ने हमें सिर्फ नारकंडा के आसपास राजमार्ग पर लुभाया। पहाड़ी ढलानों पर सेबों के बागान-दर-बागान दिखते चले गए और हम लोगों से पूछते रहे, कहां गए, कहां गए हिमाचल के मशहूर सेब? शायर मिलते तो कह देते, सेबों को किन्नौरी बालाओं के रुखसार की रंगत में देखिए। लेकिन हमें पता चला, हिमाचल में इस बार फलों की पैदावार में जबर्दस्त गिरावट आई है। फलों में वहां मुख्य पैदावार सेब और नाशपाती की होती है और इन दोनों का उत्पादन इस वर्ष 50-60 प्रतिशत कम हुआ है।
Advertisement
Advertisement
Advertisement