कई दिनों से गहरे धुंध से प्रभावित चीन की राजधानी बीजिंग में प्रदूषण को लेकर आज रेड अलर्ट लागू किया गया है। चीन की राजधानी की हवा खतरनाक हद तक हानिकारक हो गई है।
दिल्ली पुलिस को लश्कर ए तैयबा के दो सदस्यों की तलाश है जिन्होंने विशिष्ट लोगों को निशाना बनाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में आत्मघाती हमले करने की साजिश रची है। पुलिस सूत्र से मिली जानकारी में बताया गया है कि इस साजिश का खुलासा उस वक्त हुआ जब दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ को लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के दो संदिग्ध सदस्यों दुजाना और उकाशा के भारत में घुसपैठ करने के बारे में खुफिया सूचना मिली।
तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में भारी बारिश और बाढ़ का कहर जारी है। स्थिति का जायजा लेने के लि्ए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद चेन्नई पहुंचे। उन्होंने मुख्यमंत्री जयललिता से मुलाकात के दौरान तमिलनाडु को 1000 करोड़ रुपये की अतिरिक्त मदद देने का ऐलान किया है। लगातार बारिश के चलते चेन्नई और उससे सटे कई उपनगरों में हालात बेहद खराब हैं। राज्य में बारिश और बाढ़ की वजह से मरने वालों का आंकड़ा 269 तक पहुंच चुका है।
जलवायु परिवर्तन सम्मेलन में भाग लेने फ्रांस की राजधानी पेरिस पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात की है।
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) और असहिष्णुता सहित कई अन्य मुद्दों पर केंद्र सरकार पर हमला बोला। राहुल ने मोदी सरकार पर करारा हमला करते हुए कहा, इस सरकार में एक ही शख्स सारे फैसले लेता है जबकि अगर आप जनता से जुड़ना चाहते हैं, जनता की भलाई करना चाहते हैं तो आपको उसकी सुननी ही पड़ेगी।
राजधानी दिल्ली की एक अदालत ने चुनाव आयोग और दिल्ली विश्वविद्यालय को केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी के शैक्षिक दस्तावेज पेश करने का निर्देश दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को गुंटूर जिले के एक गांव में आंध्र प्रदेश के राजधानी शहर अमरावती की आधारशिला रखेंगे। इस अवसर पर एक बड़ा आयोजन किया जाएगा जिसके लिए सरकार ने व्यापक इंतजाम किए हैं।
खुलना से ढाका की ओर मैंने जब रवानगी डाली तो दिन के दो बज रहे थे। खुलना से ढाका की दूरी मात्र 132 किलोमीटर है। लेकिन यह 132 किलोमीटर का सफर तय करने में मुझे पूरे नौ घंटे लगे। बीच में गंगा नदी को भी पार करना होता है, जो यहां आकर पद्मा बन जाती है। इस नदी पर कोई पुल नहीं है। बस, ट्रक, रिक्शे, सभी एक बड़े शिप पर सवार होते हैं और फिर उस पार पहुंचा दिए जाते हैं।
कोलकाता से जब भारतीय सीमा के आखरी गांव बॉनगांव में रात रूकी तो कई बार एक ही सवाल पूछा गया, ‘बांग्लादेश क्यों जा रही हैं? वहां तो कुछ नहीं है।’ जवाब में ‘घूमने’ कहने पर लोगों की प्रतिक्रिया ऐसी होती थी जैसे कहना चाह रहे हों, ‘बेवकूफ।’
भारत का पड़ेसी, बांग्लादेश अब अशांत होने लगा है। धीरे-धीरे इस्लामिक कट्टरपंथ यहां पैर फैला रहा है। हिंदुओं के लिए यहां समस्या तो पहले से थी, लेकिन अब मसला सांप्रदायिकता से निकल कर धार्मिक कट्टरवाद की ओर बढ़ रहा है। यह उन्माद हिंदुओं के घुटन का कारण भी बन रहा है। इस देश के हालातों पर जायजे की पहली कड़ी।