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Search Result : " साहित्य-उत्सव"

मैथिली भाषा का मूल ‘मुंडा’ भाषा में है- सीताकांत महापात्र

मैथिली भाषा का मूल ‘मुंडा’ भाषा में है- सीताकांत महापात्र

साहित्य अकादेमी स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में प्रस्तुत ‘प्राचीन भारतीय साहित्य में प्रेम और प्रार्थना’ विषयक व्याख्यान में कवि-भाषाविद् एवं अकादेमी के महत्तर सदस्य सीताकांत महापात्र ने पूर्वोत्तर भारत के छः आदिवासी भाषा समूह - संथाल, उराव, मुंडा, कोंड आदि के आधार पर कहा कि प्रतीकों से सजी सबसे बेहतर भाषा इनके गीतों में देखी जा सकती है। कहा कि भोजपुरी के बाद सबसे प्रचलित भाषा मैथिली का मूल मुंडा भाषा में निहित है।
साहित्य अकादमी में महिला दिवस

साहित्य अकादमी में महिला दिवस

साहित्य अकादमी, दिल्ली ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर संवाद और कवयित्री सम्मेलन आयोजित कर मनाया। इस मौके पर चर्चित लेखिका चित्रा मुद्गल ने कहा ने स्त्री लेखन और देह विमर्श के मौजूं सवालों को उठाया।
24 लेखक साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्‍मा‌नित,  चार को मिला भाषा सम्मान

24 लेखक साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्‍मा‌नित, चार को मिला भाषा सम्मान

कल नई दिल्ली में शुरू हुए साहित्य अकादेमी के सप्ताहकालीन साहित्योत्सव 2017 में आज शाम कमानी सभागार में हिंदी सहित देश की 24 भाषाओं से सम्मानार्थ चुने गए 24 लेखकों को साहित्य अकादेमी पुरस्कार 2016 से सम्मानित किया जा रहा है। उत्सव का आरंभ संस्कृत विद्वान एवं साहित्य अकादेमी के महत्तर सदस्य प्रो सत्यव्रत शास्त्री ने अकादेमी की वार्षिक प्रदर्शनी का उद्घाटन करते हुए किया। उन्होंने साहित्य अकादेमी अनुवाद पुरस्कार 2016 की घोषणा भी की।
समाज में समन्वय के आदर्श सूत्र गढ़ते हैं तुलसीदास—शेखर सेन

समाज में समन्वय के आदर्श सूत्र गढ़ते हैं तुलसीदास—शेखर सेन

'तुलसीदास रामचरित मानस में सामाजिक संबंधों में श्रेष्ठता की परिकल्पना के साथ राज्य के रूप में रामराज्य, परिवार के लिए आदर्श पुत्र, भाई, पति आदि सभी के रूप में एक उच्चतम आदर्श की कल्पंना करते हैं।' साहित्य अकादेमी के तुलसीदास : एक पुन:पाठ राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन के अंतिम सत्र की अध्यक्षता करते हुए संगीत नाटक अकादेमी के अध्यक्ष, शेखर सेन ने तुलसीदास को संसार का सर्वश्रेष्ठ कवि बताया। कहा कि वे अपने अराजक समय में समाज के लिए समन्वय के आदर्श सूत्र गढ़ते हैं।
पूर्व अटार्नी जनरल सोराबजी ने पुस्तकों के प्रति अपने प्रेम को साझा किया

पूर्व अटार्नी जनरल सोराबजी ने पुस्तकों के प्रति अपने प्रेम को साझा किया

जाने-माने विधिवेत्ता सोली सोराबजी अपनी विधिक कुशाग्रता के लिए भले ही दुनियाभर में जाने जाते हों लेकिन आप उनसे कविता के बारे में बात करें और उनकी जुबां पर शेक्सपियर का नाम आ जाता है। साहित्य अकादेमी द्वारा पीपुल एंड बुक्स शीर्षक से आयोजित सत्र में भारत के पूर्व अटार्नी जनरल ने कहा कि अंग्रेजी के नाटककार विलियम शेक्सपियर की चतुर्दश पदी (साॅनेट) उनकी पसंदीदा कविताओं में शामिल है और शेक्सपियर से बेहतर कोई नहीं है।
‘बेलगाम घोड़ा’ को पुरस्कार, एनबीटी निकालेगा बाल-साहित्य समाचार

‘बेलगाम घोड़ा’ को पुरस्कार, एनबीटी निकालेगा बाल-साहित्य समाचार

वरिष्ठ पत्रकार, लेखक और नेशनल बुक ट्रस्ट के संपादक पंकज चतुर्वेदी और चिकित्सक डा. प्रदीप शुक्ल को उन‌की कुतियों क्रमशः बेलगाम घोड़ा और गुल्लू का गांव के लिए वर्ष 2016 के हरिकृष्ण देवसरे बाल-साहित्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया। न्यास ने देवसरे बाल-साहित्य समाचार-पत्र निकालने की घोषणा भी की।
‘तसलीमा-रुश्दी नहीं दिखेंगे अगले लिटफेस्ट के मंच पर’

‘तसलीमा-रुश्दी नहीं दिखेंगे अगले लिटफेस्ट के मंच पर’

जयपुर साहित्य महोत्सव में बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन के बोलने का विरोध होने के बाद आयोजकों ने कहा कि उन्हें पुन: आमंत्रित नहीं करने के प्रदर्शनकारियों के अनुरोध पर विचार होगा। जब कि मेहरूनिसा के मुताबिक उन्हें व रुश्दी को मंच नहीं दिया जाएगा।
94 वर्षीय आनंद दीक्षित को मिलेगा भाषा सम्मान

94 वर्षीय आनंद दीक्षित को मिलेगा भाषा सम्मान

साहित्य अकादेमी, दिल्ली ने कालजयी एवं मध्यकालीन साहित्य के ‌क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए क्रमशः दो विद्वान लेखकों—उत्तरी के लिए डॉ. आनंदप्रकाश दीक्षित और दक्षिणी के लिए नागल्‍ला गुरुप्रसाद राव समेत छह लेखकों को साहित्य अकादेमी भाषा सम्मान नवाजने की घोषणा की है।
हिन्दी में नासिरा शर्मा और अंग्रेजी में जेरी पिंटो को साहित्य अकादमी पुरस्कार

हिन्दी में नासिरा शर्मा और अंग्रेजी में जेरी पिंटो को साहित्य अकादमी पुरस्कार

इस वर्ष साहित्य अकादमी का प्रतिष्ठित पुरस्कार हिन्दी के लिए नासिरा शर्मा, उर्दू के लिए निज़ाम सिद्दीकी, अंग्रेजी के लिए जेरी पिंटो और संस्कृत के लिए सीतानाथ आचार्य शास्त्री सहित 24 भाषाओं के रचनाकारों को देने का आज ऐलान किया गया।
एकता हमारे वैविध्य का ही प्रतीक है: कपिल कपूर

एकता हमारे वैविध्य का ही प्रतीक है: कपिल कपूर

साहित्य अकादेमी की ‘राष्ट्रीय भावात्मक एकता: भारतीय भाषा और साहित्य के संदर्भ में’ विषयक दो दिवसीय संगोष्ठी के समापन पर कपिल कपूर ने कहा, भारत का एकत्व ज्ञान की परंपरा के कारण ही है।
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